उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन आयोग: एसटीएफ ने लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस के मालिक को किया गिरफ्तार
देहरादून: इस वक्त अगर कोई मुद्दा जोर पकड़ रहा है तो वह है भर्तियों में हुई अनियमितताओं का जिसको लेकर उत्तराखण्ड में कमजोर पड़ चुकी कांग्रेस को राजनीति करने का अच्छा अवसर हाथ लगा है। आपको बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तर का पेपर लीक करने के मामले में एसटीएफ ने अलर्ट मोड पर है और उसके रडार पर जो भी लोग आ रहे हैं उनकी गिरफ्तारी पक्की है। उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री धामी भी इस मामले पर सख्त दिखाई दे रहे हैं जिसका असर साफ देखा जा सकता है।
जानकारी के अनुसार एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में लंबी पूछताछ के बाद लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस (आएमएस टेक्नो सॉल्यूशन) के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। प्र्र्रिन्टिंग प्रेस के मालिक को एसटीएफ ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से पेपर का सौदा करने के सबूत के आधार पर ही गिरफ्तार किया है। आपको जैसा कि मालूम है कि चार-पांच दिसम्बर को आयोग की ओर से करवाए गया स्नातक स्तर का पेपर प्रिंटिंग प्रेस से ही सबसे पहले लीक हुआ था। इस मामले में प्रिंटिंग प्रेस के दो आरोपितों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अब इस प्रकरण में एसटीएफ द्वारा 25 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।