कांवड़ मेला संपन्न, 3 करोड़ की कांवड़ रही आकर्षण का केंद्र
हरिद्वार: देवभूमि उत्तराखंड में 14 जुलाई से शुरू हुये कांवड़ मेले का समापन हो गया है। दो साल बाद शुरू हुई कावड़ यात्रा ने इस साल सारे रिकार्ड तोड़ दिए। आपको बता दें कि पिछले 13 दिनों में करीब तीन करोड़ 80 लाख शिव भक्त गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचे। कावड़ यात्रा शुरू होने से पहले सरकार अनुमान लगा रही थी कि इस बार कई करोड़ शिव भक्त आयेंगे लिहाजा , इस बार कांवड़ मेले के लिए सरकार ने भी कुंभ मेले की तरह पूरे इंतजाम किए हुए थे।
13 दिन तक चली कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न होने के बाद हाईवे से लेकर शहर के यातायात की स्थिति सामान्य हो रही है । पहले की ही तरह आमजन अब हर जगह आसानी से आ जा सकेंगे। 14 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा का असर शहरवासियों के जनजीवन पर भी पड़ा है। एसपी सिटी ने बताया कि अब सभी प्रतिबंध हट जाएंगे। कांवड़ मेला के लिए लगाई गई अब तक पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स भी अब लौटना शुरू हो गई है।
इस बार सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बागपत की कांवड़ रही है जो तीन करोड़ रुपए में तैयार की गई थी। इस कांवड़ यात्रा में डीजे के साथ 200 से अधिक कांवड़िये नाचते गाते चल रहे हैं। इस कांवड़ के डीजे की वजह से कई घरों और होटलों के शीशे भी टूट गए थे। इस डीजे की ऊंचाई और चौड़ाई अधिक होने के कारण यह बहादराबाद टोल प्लाजा पर फंस गयी थी। इसके बाद कांवड़ियों ने इसे खोलकर अलग किया जिसके बाद यात्रा आगे के लिए रवाना हुई। इसकी वजह से ये सभी कांवड़िये एक दिन बाद हरिद्वार में दाखिल हुए थे ।