तृतीय केदार श्री तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बन्द
अभिज्ञान समाचार/ ऊखीमठ।
तृतीय केदार श्री तुंगनाथ के कपाट आज अपराह्न शीतकाल के लिए बन्द हो गए। सुबह से ही भगवान तुंगनाथ की पूजा-अर्चना की गई। भगवान को भोग प्रसाद भेंट किया गया भक्तों ने बाबा तुंगनाथ जी के दर्शन किये। ग्यारह बजे कपाट बंद करने की प्रक्रिया आरम्भ हुई। मुख्य पुजारी अतुल मैठाणी व आचार्यगणों एवं देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों ने पूजा पूर्ण की।
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इसके पश्चात भस्म- पुष्प पत्र आदि से ढककर स्यंभू शिव लिंग को समाधि रूप दे दिया गया। दोपहर एक बजे भगवान श्री तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिये गये। श्री तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली मंदिर परिसर में लाने के बाद मंदिर की परिक्रमा करते भगवान तुंगनाथ के जयकारों के साथ प्रथम पड़ाव चोपता के लिए रवाना हुई। इस अवसर पर मठापति रामप्रसाद मैठाणी, तुंगनाथ मंदिर के प्रबंधक बलबीर सिंह नेगी, देवस्थानम बोर्ड के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित, आचार्य मुकेश मैठाणी, विनोद
मैठाणी, प्रकाश मैठाणी उपस्थित रहे।
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