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राज्य में बारिश व भूस्खलन के चलते 91 मार्ग अवरूद्ध

देहरादून। लोक निर्माण विभाग, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत आज 61 मार्ग अवरुद्ध हुए तथा 57 मार्ग कल के अवरूद्ध थे अर्थात कुल 118 अवरूद्ध मार्गाे में से 27 मार्गाे को आज खोल दिया गया है। शेष 91 मार्ग अवरूद्ध है, जिसमें से 02 राष्ट्रीय राजमार्ग, 12 राज्य मार्ग, 02 मुख्य जिला मार्ग, 04 अन्य जिला मार्ग एवं 71 ग्रामीण मार्ग अवरूद्ध है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के अन्तर्गत आज 23 मार्ग अवरुद्ध हुए तथा 80 मार्ग कल अवरूद्ध थे अर्थात कुल 103 अवरुद्ध मार्गाे में से आज 28 मार्गाे को खोल दिया गया है, शेष 75 अवरुद्ध मार्गाे को खोले जाने की कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान में राष्ट्रीय राज मार्गाे पर 02 मशीने, राज्य राज मार्गाे पर 38 मशीने, मुख्य जिला मार्गाे पर 08 मशीने, अन्य जिला मार्गाे पर 10 मशीने, तथा ग्रामीण मार्गाे पर 79 मशीने, कुल 137 मशीने कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के मार्गाे पर 81 मशीने लगायी गयी है।
राज्य के अधिकतर जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। जिला टिहरी तथा पिथौरागढ़ के कुछ क्षेत्रों में वर्षा के कारण कई ग्रामों में विद्युत व्यवस्था बाधित चल रही है। वर्तमान तक राज्य में कुल 423 ग्रामों में विद्युत बाधित थी। जिसमें से 345 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति पूर्ण रूप से सुचारू कर दी गई हैं। शेष 78 ग्रामों में विद्युत आपूर्ति हेतु कार्य किया जा रहा है। उत्तराखण्ड जल संस्थान के अन्तर्गत वर्ष 2022 में मानसून अवधि को दृष्टिगत रखते हुये प्रत्येक शाखा में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है तथा हर जनपद में विभाग द्वारा जनपदीय नोडल अधिकारी नामित किये गये है, ताकि भूस्खलन/अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को तत्काल चालू करने की सूचना उपलब्ध हो सकें। दैवीय आपदा से सम्भावित क्षति को दृष्टिगत करते हुए पेयजल योजनाओं के तत्काल पुनर्स्थापना हेतु जी0आई0 एवं एच0डी0पी0ई0 पाईप बफर के रूप में तथा जल शोधन एवं विसंक्रमण हेतु आवश्यक रसायन समस्त शाखाओं में उपलब्ध कराये गये हैं।
आपदा से पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने पर तत्काल योजना से सुचारू जलापूर्ति उपलब्ध कराये जाने हेतु शाखाओं के अन्तर्गत कार्यरत प्रशिक्षित फिटर एवं बेलदार तैनात किये गये है। आपदा की स्थिति में, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु विभिन्न शाखाओं में 71 विभागीय टैंकर उपलब्ध हैं एवं 219 किराये के पेयजल टैंकर चिन्हित है। राज्य के अन्तर्गत वर्ष 2022 में दैवीय आपदा/अतिवृष्टि से वर्तमान तक कुल 1413 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिनमें से 1383 पेयजल योजनायें अस्थायी व्यवस्था से चालू कर दिया गया है। शेष 30 पेयजल योजनाओं को चालू किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान तक प्राप्त सूचनानुसार विगत 03 दिवस के भीतर दैवीय आपदा/अतिवृष्टि से कोई भी पेयजल योजना क्षतिग्रस्त नहीं हुयी है।

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