अंकिता हत्याकांड कीहर एंगल से होगी जांचः सीएम
देहरादून। उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद लोगों में भारी उबाल है। पहाड़ की बेटी की हत्या के बाद लोगों में गम और गुस्सा बरकरार है। श्रीनगर में नाराज लोगों ने हाईवे जाम कर दिया है और अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने एवं आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच सीएम पुष्कर धामी ने अंकिता हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की बात दोहराई है। साथ ही कहा कि पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे और पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध में जो भी लिप्त होगा, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। मामले में एसआईटी जांच कर रही है। उन्होंने लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एक बेटी के साथ ऐसी घटना हुई है। ऐसे में लोगों का आक्रोशित होना भी स्वाभाविक है।
बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी। जो बीती 18 सितंबर को रहस्यम तरीके से लापता हो गई थी। जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया।
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की।
आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया। आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ। जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया। जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया।वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी। अब पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट सामने आ गई है। जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वॉइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे।