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आईएमए पासिंग आउट परेड: भारतीय सेना को मिले 319 युवा जांबाज

  • आईएमए के नाम जुड़ा 63 हजार 668 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव
  • राष्ट्रपति ने कैडेटों का बढ़ाया हौसला, कहा; आप पर गर्व है

अभिज्ञान समाचार/ देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड (पीओपी) के साथ ही आज भारतीय सेना को 319 युवा जांबाजों की टोली मिल जाएगी। इसके साथ ही मित्र देशों के 68 कैडेट भी पास आउट होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बतौर निरीक्षण अधिकारी परेड की समीक्षा की और पास आउट हो रहे जेंटलमैन कैडेटों से सलामी ली।

राष्ट्रपति के साथ कमांडेंड लेफ्टिनेंट जनरल हरिन्द्र सिंह और स्वाॅर्ड ऑफ ऑनर विजेता अनमोल गुरुंग भी मौजूद रहे। इसके बाद भावी सैन्य अफसरों की भव्य मार्च पास्ट शुरू हुआ। कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए इस बार भी परेड के दौरान हर स्तर पर बेहद सतर्कता बरती जा रही है। आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर परेड सुबह साढ़े सात बजे से शुरू हुई। इस दौरान कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल हरिन्द्र सिंह और डिप्टी कमांडेंट आलोक जोशी ने परेड की सलामी ली। इससे बाद जनरल कमांडिंग ऑफिसर ले. जनरल राज शुक्ला ने परेड की सलामी ली। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी परेड में पंहुचे।

अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने सभी को राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने का आह्वान किया। उन्होंने जेंटलमैन कैडेट को उन चुनौतियों के बारे में बताया, जिनका आज हमारा राष्ट्र, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सामना कर रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा झंडा दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत जैसे बहादुर पुरुषों के कारण हमेशा ऊंचा रहेगा। उन्होंने आईएमए में प्रशिक्षिण प्राप्त किया था। आईएमए से पास आउट होने वाले कैडेट ऐसे ही हमेशा भारत के सम्मान की रक्षा और रक्षा करेंगे।

पीओपी को सादगी से आयोजित किया जा रहा है। परेड के दौरान ड्रिल स्क्वायर पर मार्चपास्ट, अवार्ड ड्रिस्ट्रीब्यूशन, पीपिंग व ओथ सेरेमनी की रस्म तो होगी, लेकिन जश्न नहीं मनाया जाएगा। वर्ष 1971 के भारत- पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं की जीत के पचास साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित हो रही परेड को यादगार बनाने की तैयारी कई दिन पहले से की जा रही थी। लेकिन इस बीच दो दिन पहले तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना व वायुसेना के 13 अधिकारियों व जवानों की मौत हो जाने से यकायक परिदृश्य बदल गया। सीडीएस जनरल रावत को भी राष्ट्रपति के साथ परेड में शिरकत करने के लिए आईएमए पहुंचना था, पर नियति को कुछ और ही मंजूर था।

जानिए किस राज्य से कितने कैडेट हुए पास आउट

उत्तर प्रदेश -45, उत्तराखंड -43, हरियाणा- 34, बिहार- 26, राजस्थान -23, पंजाब- 22, मध्य प्रदेश -20, महाराष्ट्र -20, हिमाचल प्रदेश- 13, जम्मू कश्मीर -11, दिल्ली-11, तमिलनाडु -7, कर्नाटक- 6, केरल -5, आंध्र प्रदेश- 5, चंडीगढ- 5, झारखंड -4, पश्चिम बंगाल -3, तेलंगाना- 3, मणिपुर- 2, गुजरात -2, गोवा- 2, उड़ीसा- 2, असम -2, मिजोरम- 2, छत्तीसगढ़- 2 व मिजोरम -2

सीडीएस के निधन पर घोषित राजकीय शोक के चलते अकादमी को बीते दिन कमांडेंट परेड (फुल ड्रेस रिहर्सल परेड) को स्थगित करना पड़ा, साथ ही मुख्य पासिंग आउट परेड की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले दो अन्य कार्यक्रम भी रद्द करने पड़े। पीओपी को भी सादगी से आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। परेड के उपरांत आयोजित होने वाली पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद पासिंग आउट बैच के 387 जेंटलमैन कैटेड बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना का अभिन्न अंग बन जाएंगे। इनमें 319 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिलेंगे।

जबकि 68 युवा सैन्य अधिकारी आठ मित्र देशों अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीव, म्यांमार, तंजानिया व तुर्किमेनिस्तान की सेना का अभिन्न अंग बनेंगे। इसके बाद देहरादून स्थित प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 63 हजार 668 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ जाएगा। इनमें मित्र देशों को मिले 2624 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।

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