उत्तराखंड: ग्रामीणों में आक्रोश, रोड़ नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए नजर आए ग्रामीण
अभिज्ञान समाचार/खटीमा। चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं। वहीं, जनता भी अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर मुखर हैं। खटीमा तहसील के गांव सन्तना के आक्रोशित ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए क्षेत्रीय विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा का आज पुतला दहन किया।
ग्रामीण रोड की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत हैं ग्रामीणों का कहना है कि अगर रोड नहीं बना तो आगामी चुनाव का बहिष्कार करते हुए वोट भी नहीं देंगे और जब तक रोड निर्माण का कार्य नहीं कराया जाता है तब तक हमारा धरना प्रदर्शन चलता रहेगा और किसी भी प्रतिनिधि व राजनीतिक दल को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि रोड की सुविधा ना होने से तमाम समस्याओं से गुजरना पड़ता है।
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बरसात के समय में रोड के अभाव में घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, बीमार व्यक्तियों को को अस्पताल नहीं पहुंचा पाते हैं। इसके साथ ही कीचड़ और पानी के लगातार बने रहने से खतरनाक जंगली और जलीय जीवो से खतरा बना रहता है तथा संक्रामक बीमारी फैलने की भी आशंका बनी रहती है। मौके पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा को आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में प्रवेश करने से मना कर दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि उनके कार्यकाल मे भी ठीक से विकास न करने का आरोप लगाया। जोशी ने बताया की स्थानीय ग्रामीण मुकेश अधिकारी द्वारा भाजपा विधायक प्रेम सिंह राणा से बात करने पर उन्होंने कोई तवज्जो नहीं दिया जिन से बातचीत की ऑडियो भी उपलब्ध है। इसलिए मनसा ना होते हुए भी आज हमने पुतला दहन किया है।साथ ही उन्होंने कहा कि रोड नहीं तो वोट नहीं का आंदोलन हमारा लगातार जारी रहेगा। इस मामले में स्थानीय बुजुर्ग महिला मनी देवी ने बताया कि रोड ना होने से तमाम समस्याओं से जूझना पड़ता है। आज हम लोगों ने स्थानीय विधायक प्रेम सिंह राणा का पुतला दहन किया है। जब तक रोड नहीं बनती, तक वोट नहीं के नारे के साथ हमारा आंदोलन जारी रहेगा।