उत्तराखण्ड : ‘‘अग्निपथ’’ का विरोध “अग्निवीरों” पर पड़ा मंहगा, प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर पुलिस ने भांजी लाठियां
देश के कई हिस्सों में अगिनपथ योजना का विरोध चल रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा सैनिक बाहुल्य प्रदेश उत्तराखंड भी अग्निपथ भर्ती योजना से खुश नजर नहीं आ रहा है। देवभूमि उत्तराखण्ड में भी युवाओं ने अपना विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के खिलाफ कुमाऊं मंडल में युवकों ने विरोध किया। मिली जानकारी के अनुसार मंडल के 6 शहरों में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने सड़क पर आकर योजना का जमकर विरोध कर सड़कें जाम कीं। वहीं योजना के खिलाफ विरोध कर रहे युवकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है। आपको बता दें कि मैदान से लेकर पहाड़ तक युवाओं में सरकार के फैसले को लेकर नाराजगी देखते ही बन रही है।
आपको बता दें कि पिथौरागढ़,चम्पावत, बागेश्वर, खटीमा, टनकपुर और बाजपुर में प्रदर्शन कर अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग उठ रही है। वहीं सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में तो युवाओं ने हाईवे को ही जाम कर दिया है। ऐसे में वहां यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है साथ ही चम्पावत में जुलूस के बाद भर्ती की तैयारी ने जुटे नौजवान न्याय के देवता ग्वेलज्यू के मंदिर में धरना पर बैठ गए हैं।
वहीं बागेश्वर में जुलूस, बाजपुर में सड़क पर उतरकर नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया जा रहा है। अल्मोड़ा में कल आक्रोश रैली निकालने की तैयारी की जा रही है।
सरकार की ओर से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को भर्ती कराए जाने को लेकर चम्पावत के युवाओं में खासी नाराजगी है। आक्रोशित युवाओं ने सरकार पर अस्थाई ओवरड्राफ्ट को हटाकर स्थाई रूप से पूर्व की तरह सेना में भर्ती कराने को कहा है। युवाओं को यहां पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी अपना समर्थन दिया है।अग्नीपथ योजना के विरोध में आज युवाओं ने आज गुरुवार को मोटर स्टेशन से प्रदर्शन करते हुए गोलज्यू दरबार पहुंचे जहां उन्होंने देवता से न्याय की गुहार लगाई। युवाओं समेत पूर्व विधायक यहां 15 से 20 मिनट तक बैठे रहे। सरकार युवाओं के साथ चार साल की भर्ती का लॉलीपॉप देकर भविष्य को अंधकार में झोंक रही है। इसके बाद उन्होंने मोटर स्टेशन में सरकार का पुतला फूंका।