उ.प्र में भी हावी अफसारशाही,मंत्रियों में असंतोष
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में भी फिलहाल कुछ तो है। यानि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आपको बता दें कि जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे की खबर बाहर निकलने के साथ ही प्रदेश सरकार में मंत्रियों और अफसरों में नूराकुश्ती उभरकर सामने आ गई है।
अगर सही माने तो मंत्रियों की अन्दर ही अन्दर कानाफूसी और किंकर्तवयविमूढ़ रहने से साफ है कि वे अधिकारियों के आगे अपने आपको बौना सा महसूस कर रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य,पीडब्ल्यूडी, ग्राम्य विकास, आबकारी, माध्यमिक और ऊर्जा विभाग में तो मंत्रियों को ऐसे ही हालात से दो-चार होना ही पड़ रहा है। वहीं राज्यमंत्रियों में भी कैबिनेट मंत्रियों द्वारा कामकाज बांटवारे को लेकर असंतोष होने की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
यही वजह रही कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों को सामंजस्य बनाकर काम करने की हिदायत दी थी।
वहीं चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री ब्रजेश पाठक, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से तबादलों पर रिपोर्ट मांग कर इन चर्चाओं को पुख्ता आधार दे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने मामले में दो दिन में रिपोर्ट मांगी थी लेकिन नतीजा सिफर है। स्वास्थ्य विभाग में चर्चा है कि मंत्री की चल ही नहीं रही है लिहाजा, जिलों में औचक निरीक्षण कर अस्पतालों में सुविधाएं सुधारने के प्रयास पर अब ब्रजेश पाठक सुस्त से पड़े दिख रहे हैं।