एक फैसले से 52 हजार युवाओं के भविष्य पर लगा ग्रहण
देहरादून : पेपर लीक मामले के तूल पकड़ने और फिर उत्तराखण्ड के सीएम धामी द्वारा इसकी जांच एसटीएफ को दिये जाने के बाद घोटाले की परत दर परत एसटीएफ ने खोल कर रख दी। ये उत्तराखण्ड के इतिहास में पहली मर्तबा हुआ जब इतनी बड़ी संख्या में घोटालेबाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हो। अब उसकी छीटें कहां-कहां पहुंची कितने युवाओं के सरकारी मुलाजिम बनने के सपने चूर हुए ये एक साकारी आदेश से पता चलता है। आपको बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की पूर्व में आयोजित की गईं पांच परीक्षाएं धांधली की भेंट चढ़ गईं जिसे सरकार ने रद कर दिया है। इनमें वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक, मुख्य आरक्षी पुलिस दूर संचार विभाग, पुलिस रैंकर्स परीक्षा शामिल हैं। इन पांचों परीक्षाओं में कुल 52,434 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इन परीक्षाओं के संचालन से लेकर प्रश्न पत्र छपाने तक का काम ब्लैक लिस्टेड कंपनी आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की देखरेख में संपन्न हुआ था।
इसी कंपनी का मालिक व कुछ कर्मचारी आयोग के स्नातक स्तरीय पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हैं। हालांकि, सरकार का यह फैसला उन होनहार चयनित अभ्यर्थियों पर भारी पड़ेगा जो अब भर्ती परीक्षा की अधिकतम उम्र सीमा पार कर चुके हैं। इस बात की पुष्टि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव एसएस रावत ने की है।गौरतलब है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने बीते 31 जुलाई 2022 को दो पाली में पुलिस दूरसंचार विभाग में मुख्य आरक्षी के 272 पदों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया था।इस परीक्षा के लिए 43,984 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे।23,462 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में उपस्थित हुए। परीक्षा प्रदेश के पांच जिलों के 101 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। बहरहाल इन परीक्षाओं के परिणाम अभी तक जारी नहीं किया गये थे। वहीं फरवरी 2021 को पुलिस रैंकर्स भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। इस लिखित परीक्षा में 10,500 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था। 1350 उम्मीदवारों ने हेड कांस्टेबल और 650 ने दारोगा के लिए मेरिट में जगह पाई थी। इन सभी की शारीरिक दक्षता परीक्षा अप्रैल 2021 में हुई थी।
लिखित परीक्षा परीक्षा हेड कांस्टेबल के 394, दारोगा सिविल पुलिस के 61, पीएसी सब इंस्पेक्टर के 77, पीएसी हेड कांस्टेबल के 250 और सशस्त्र पुलिस बल में हेड कांस्टेबल के 215 पदों के लिए हुई थी।परीक्षा के बाद कुछ अभ्यर्थियों ने प्रश्नों को लेकर असंतोष जताया और मामले को लेकर उच्च न्यायालय नैनीताल पहुंच गए। हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद परीक्षा परिणाम का निर्णय आयोग पर छोड़ दिया था ।आयोग परिणाम घोषित करने की तैयारी में था लेकिन अब तक कई परीक्षाओं में नकल व पेपर लीक प्रकरण सामने आने से आयोग चौतरफा घिर गया है।आयोग के पूर्व अध्यक्ष एस राजू ने पद से इस्तीफा दे दिया जबकि सरकार ने पूर्व सचिव संतोष बड़ोनी को सस्पेंड कर दिया था।
यूकेएसएसएससी ने 13 जून 2022 को वाहन चालक के 164 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी ये परीक्षा दो पालियों में उत्तराखण्ड के 22 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए 19300 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। जबकि 14,139 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे लेकिन परीक्षा परिणाम अभी घोषित नहीं किया गया था। यूकेएसएसएससी ने 13 जून 2022 को मत्स्य निरीक्षक के 28 पदों के लिए पांच केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की इस परीक्षा के लिए 107 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।परीक्षा में 72 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा का भी परिणाम अभी घोषित नहीं किया गया था।
यूकेएसएसएससी ने 13 जून 2022 को कर्मशाला अनुदेशक व अन्य के 157 पदों के लिए दो चरणों में परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा के लिए उत्तराखण्ड से 5416 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।लिखित परीक्षा में 4226 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।वहीं उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाबी पंवार ने कहा कि सरकार ने पांच और परीक्षाएं रद कर दी हैं लेकिन उन अभ्यर्थियों का क्या होगा जो अधिकतम उम्र सीमा पार कर चुके हैं। कड़ी मेहनत से उन्होंने परीक्षा पास करने की कोशिश की। सरकार को इस दिशा में भी गंभीरता से सोचने की जरूरत है।
आपको मालूम हो कि प्रदेश सरकार ने कल जिन भर्ती परीक्षाओं को रद किया उनमें से मत्स्य निरीक्षक, वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक एवं मुख्य आरक्षी पुलिस दूरसंचार के 621 पद हैं। लेकिन सरकार ने पुलिस रैंकर्स की जो परीक्षा रद की है उसमें कुल 997 पद हैं। आपको बताते चलें कि सरकार ने उक्त पांचों परीक्षाओं के लिए कुल 770 पद रद बताए हैं, ऐसे में पुलिस रैंकर्स भर्ती के कौन से पद रद हुए हैं यह स्पष्ट नहीं किया गया है।