पुरानी पेंशन बहाली को कार्मिकों ने किया सीएम आवास कूच, पुलिस ने चेतना रैली को हाथीबड़कला मे रोका
अभिज्ञान समाचार/ देहरादून। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदेशभर से दून पहुंचे विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारियों ने चेतना रैली निकालकर सीएम आवास कूच किया। परेड ग्राउंड से सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते आक्रोशित कार्मिकों को पुलिस ने हाथी बड़कला के नजदीक बैरिकेडिंग पर रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच खूब जोरआजमाईश व धक्का-मुक्की भी हुई।
परेड ग्राउंड से बड़ी संख्या में रैली के रूप में निकले कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। अधिकारी कर्मचारी शिक्षक महासंघ समेत विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने रैली में शामिल होकर पुरानी पेंशन बहाली का समर्थन किया। चेतना रैली में प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों कर्मचारी और विभिन्न कार्मिक संगठनों के कार्मिक परेड ग्राउंड पहुंचे थे। सुबह से ही कर्मचारियों का तांता परेड ग्राउंड में जमने लगा था। यहां एकत्र होकर हजारों कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए चेतना रैली के रूप में सीएम आवास कूच को निकले। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार कि कार्मिक नीति और पुरानी पेंशन को बंद किए जाने का पुरजोर विरोध किया रैली परेड ग्राउंड से एश्ले हॉल राजपुर रोड होते हुए दिलाराम चौक की ओर से हाथीबड़कला होते हुए सीएम आवास के लिए निकली कार्मिकों के बड़ी संख्या में होने की वजह से राजधानी में पुलिस बंदोबस्त जबरदस्त किया गया था।
हाथीबड़कला पहुंचते ही रैली ने उग्र रूप धारण कर लिया। यहां पुलिस और रैली में शामिल कार्मिकों में जबरदस्त धक्का-मुक्की और जोर आजमाइश हुई। कार्मिकों ने पेंशन बहाली की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की और बैरिकेडिंग हटाकर सीएम आवास कूच का प्रयास किया। यहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। कर्मचारी संगठनों से जुड़े कार्मिकों ने यहीं पर जोरदार प्रदर्शन किया। और पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग की। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों ने नई पेंशन प्रणाली की खामियों को उजागर करते हुए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग की। कार्मिक संगठनों ने अपनी मांगों के संबंध में सीएम को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा।
बता दें कि रैली में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से कर्मचारी दून पहुंच चुके थे। मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि सरकार से मोर्चा की ओर से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की जा रही है। लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। कर्मचारियों के समक्ष अब आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं रह गया है। पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे।