मंत्री ने व्यावसायिक स्तर पर बकरी पालन को बकरी घाटियां तैयार करने के दिए निर्देश
देहरादून/रूद्रपुर। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मंगलवार को सचिवालय में मत्स्य, डेयरी विकास एवं पशुपालन विभाग की प्रदेश के जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फे्रंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में व्यावसायिक बकरी पालन हेतु बकरी घाटियां तैयार किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने बकरियों के उत्पादन, परिवहन व विपणन आदि में सुगमता हेतु वर्तमान में चल रही इससे सम्बन्धित सभी योजनाओं के लिये विशेष क्षेत्र चिह्नित कर उस क्षेत्र को बकरी घाटी कलस्टर के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक बकरी पालन के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे जिससे ग्रामीणों की आर्थिकी और मजबूत होगी।
उन्होंने डेयरी विकास विभाग के अंतर्गत आँचल के दूध एवं दुग्ध पदार्थों की बिक्री हेतु मिल्क बूथों की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुग्ध समितियों के दुग्ध उत्पादकों को तकनीकी निवेश सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से आंचल दुग्ध उत्पादक सेवा केन्द्रों की स्थापना की जाय। उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों को जनपदों में आँचल मिल्क बूथ स्थापित किये जाने हेतु सरकारी कार्यालयों एवं शहरी स्थानों में भूमि का चयन करते हुए उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने माह सितम्बर तक चारधाम यात्रा मार्गों में उक्त मिल्क बूथ एवं कैफे को स्थापित करने के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
मंत्री श्री बहुगुणा ने मत्स्य पालन विकास विभाग के अंतर्गत प्रत्येक जनपद में अमृत सरोवरों के निर्माण संबंधी कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, जिला योजना एवं राज्य योजना के अन्तर्गत मात्स्यिकी विकास हेतु कन्वर्जन्स कर कार्यक्रमों का संचालन किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने रोजगार की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत मात्स्यिकी क्षेत्र के विकास हेतु सभी जनपदों के अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से रूचि लेकर इस योजना को आगे बढ़ने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने अवगत कराया कि जनपद में आॅचल के दूध एवं दुग्ध पदार्थो की बिक्री हेतु विकास भवन, मेडिकल काॅलेज, तहसीलों, बस अड्डो, चिकित्सालयों, तहसीलो आदि स्थानों पर जगह चिन्हित कर मिल्क बूथ स्थापित करने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होने बताया कि जनपद में अमृत सरोवर योजना के अन्तर्गत 76 तालाबों के निर्माण का कार्य चल रहा है। उन्होेने बताया कि स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने हेतु तालाबों में मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन का कार्य कराया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 केके जोशी, महाप्रबन्धक आॅचल संजय डिमरी, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पंत, मार्केटिंग इंचार्ज आॅचल विनोद कुमार, मत्स्य विभाग के रविन्द्र सिंह, सहायक आयुक्त गन्ना आदि उपस्थित थे।