राष्ट्रीय संविधान दिवस: छात्र-छात्राओं ने साझा की संविधान की समझ
- ‘संविधान का महत्व एवं उपयोगिता’ विषय पर आयोजित हुई परिचर्चा
अभिज्ञान समाचार/ देहरादून। शुक्रवार को साई ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया गया। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से ‘संविधान का महत्व एवं उपयोगिता’ विषय पर आयोजित परिचर्चा में विभागाध्यक्ष एमएस नौटियाल ने बताया कि भारतीय संविधान को बनने में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन का समय लगा। 26 नवंबर 1949 के दिन संविधान सभा ने इसे राष्ट्र को समर्पित किया। जबकि 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू हुआ। उन्होंने बताया कि इस दिन को संविधान के महत्व और डॉ भीमराव अंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार करने के लिए चुना गया था। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग की प्राध्यापिका श्रीमती दीपिका रावत व नुपुर अरोडा ने छात्रों को संविधान में प्रदत्त अधिकारों एवं मूल कर्तव्यों की जानकारी दी। परिचर्चा के दौरान छात्र-छात्राओं ने संविधान के महत्व व उससे जुड़ी जानकारियों को साझा किया। साथ ही छात्रों ने संविधान के प्रति निष्ठा व्यक्त करते हुए शपथ भी ली।
इस दौरान बीए पंचम सेमेस्टर के छात्र कमलेश भट्ट ने संविधान और उसकी उपयोगिता को रेखांकित किया। एमए तृतीय सेमेस्टर की योगिता बिष्ट ने वर्तमान मे आरक्षण की स्तिथि पर चर्चा की। वहीं बीए मास कम्यूनिकेशन प्रथम सेमेस्टर की छात्रा सपना मौर्य ने संविधान की समझ एवं कानून व्यवस्था पर अपने विचार रखे। इसी कोर्स की छात्रा आरती ने महिलाओं को प्राप्त अधिकारों का दुरूपयोग करने पर चर्चा की। सरस्वती सेमल्टी ने महिलाओं के अधिकारों की बात कहीं। जबकिबीए तृतीय सेमेस्टर की नेहा दिवाकर ने संविधान में प्रदत्त शिक्षा के अधिकार कानून की जानकारी साझा की। इसी कोर्स के छात्र नूर द्वारा सविधान के मूल्यों और उनकी रक्षा की बात कहीं गयी।