वनवासी महासती अंजना के जीवन चरित्र को संगीतमय नृत्य-नाटिका के माध्यम से दिखाया गया
देहरादून। जैन मिलन एकता परिवार व वीतराग विज्ञान पाठशाला परिवार द्वारा सदा काल की भांति जैन धर्म के गौरव महापुरुषों की श्रृंखला में एकता की अध्यक्ष वीरांगना वीना जैन के निर्देशन में वनवासी महासती अंजना के जीवन चरित्र को संगीतमय नृत्य-नाटिका के रूप में दिखाया गया। कार्यक्रम मे मुख्य रूप से कैंट विधायक सविता कपूर, जैन समाज के अध्यक्ष विनोद कुमार जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है यह है कि आज के इस भौतिक युग में विषयों में अंधा होता हुआ बाल जगत विषयों की ओर की अंधी दौड़ से बचे, जैन धर्म के संस्कारों को रोपित करना है ताकि जैन धर्म के महापुरुषों के जीवन चरित्र द्वारा वर्तमान में अनेक आपदाओं के आने पर भी हम सभी जीवन जीने की कला को सीख सकें। महा सती अंजना के मुख्य कलाकारों की भूमिका वीरांगना चारू शर्मा, वंदना जैन ,हर्षिदा जैन ,दीपशिखा जैन ,लवी जैन, संगीता जैन ,पलक जैन, रचना जैन ,बबीता जैन ,प्रीति जैन, मोनिका जैन, ज्योति, आशी,सरिता आदि वीरांगनाओं ने निभाई।
जैन समाज के नवनिर्वाचित कर्मठ अध्यक्ष विनोद कुमार जैन ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं प्रारंभ से ही देख रहा हूं कि हमारी बहन बीना जैन जैन समाज में जैन धर्म के संस्कारों को रोपित करने का और महापुरुषों के जीवन चरित्रों को यहां नाटकों के माध्यम से प्रस्तुत करके जैन समाज पर बहुत उपकार कर रही हैं। आज यहां बच्चों का कार्यक्रम देखकर बहुत ही हर्ष हुआ, छोटे-छोटे बच्चे जैन धर्म को ,कविताओं के माध्यम से पूरे उत्साह के साथ आत्मसात कर रहे थे ,बहुत ही प्रसन्नता हुई यह हमारे समाज के भावी कर्णधार है,हमारी बहनों ने जैन धर्म की महान सती अंजना के जीवन को प्रस्तुत करके वास्तव में हमें शिक्षा दी है कि अपने जीवन मे अनेक प्रकार की आपदाओं के आने पर भी उनका सामना करते हुए हमें अपने भीतर जिनेंद्र भगवान का, मुनिराजो का, उनके उपदेशों का हमे निरंतर स्मरण सदैव रखना चाहिए, यही हमें वर्तमान काल में बहुत बड़ी औषधि है, मैं समाज की ओर से इन बच्चों का अभिनंदन करता हूं बच्चों का बहनों का ,पूरी टीम काअभिनंदन करता हूं और यह भावना करता हूं कि भविष्य में भी इसी प्रकार समाज की सेवा और संस्कार देने का कार्य करती रहे। इस अवसर पर केंद्रीय महिला संयोजिका मधु जैन ने कहा कि वीना जैन जी ने कहा कि मैं जैन मिलन की हर शाखा मे जाती हूं जिसमें वीणा जैन जी द्वारा अंकुरित धर्म के बीज मौजूद नजर आये। जिन्होंने अपनी पूर्ण कर्तव्य निष्ठा के साथ समाज के हर व्यक्ति को धर्म के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर जैन समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।