सीएससी को लेकर अनशन पर बैठे बलोदी की तबीयत बिगड़ी
देेहरादून । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अनुबंध निरस्त कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे उत्तराखंड आंदोलनकारी तथा लोकायुक्त आंदोलन के संयोजक परमानंद बलोदी की हालत काफी खराब हो गई है। सरकार की अनदेखी से आक्रोशित आदोलनकारक कभी भी कोई अतिवादी कदम उठ सकते हैं, इसकी आशंका से इनकार नही किया जा सकता।
मेडिकल टीम ने उनके स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। उत्तराखंड क्रांति दल के आंदोलन को आज 41वां दिन था तथा परमानंद बलोदी पिछले 4 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। इससे पहले केंद्रपाल सिंह तोपवाल 8 दिन तक अनशन पर बैठ चुके हैं 9 दिन तक अनशन पर बैठने के बाद संजय डोभाल और 8 दिन के अनशन के बाद धर्मवीर गुसाई को प्रशासन द्वारा जबरन उठा दिया गया था।
सुमन बडोनी को प्रशासन ने पांचवें दिन ही स्वास्थ्य में भारी गिरावट आने के चलते अस्पताल में भर्ती करा दिया था, जबकि 90 वर्षीय बुजुर्ग गिरधारी लाल नैथानी 2 दिन तक आमरण अनशन करने के बाद शुगर और ब्लड प्रेशर बुरी तरह गड़बड़ा जाने के बाद प्रशासन द्वारा अस्पताल में भर्ती कराए गए। आंदोलन के 41वें दिन प्यारेलाल उनियाल, विनय डंगवाल, हेमंती नेगी, विजयलक्ष्मी नौटियाल, सरोज डंगवाल, बसंती देवी, राधा देवी, चंपा देवी, श्याम सिंह बिष्ट, जयप्रकाश, जुपा देवी, महेंद्र सिंह राणा, निर्मला भट्ट, तारा देवी यादव, जाकिर, आदि दर्जनों स्थानीय लोग धरने में शामिल हुए।