हरीश रावत के बयान को भी उच्चस्तरीय जाँच के दायरे में लाने की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने की मांग
देहरादून। पीएम नरेंद्र मोदी के सुरक्षा में हुई चूक प्रकरण पर पूर्व सीएम हरीश रावत के विवादस्पद बयान की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कडी भत्सर्ना करते हुए उनके इस बयान को भी उच्चस्तरीय जाँच के दायरे में लाने की मांग की हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हरीश रावत पंजाब के प्रभारी रहे हैं और चन्नी को सीएम बनाने में उनका विशेष योगदान रहा है। लिहाजा ऐसे मौके पर हरीश रावत का यह कहना कि पीएम आधे घण्टे और इंतजार करते तो क्या बम फूट जाता, साफ ईशारा करता है कि उनकी भुमिका संदिग्ध प्रतीत होती है लिहाजा प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर होने वाली उच्च स्तरीय जाँच में हरीश रावत को भी शामिल किया जाना चाहिए।
मदन कौशिक ने पत्रकार वार्ता में जानकारी दी कि उत्तराखण्ड भाजपा मांग करती है कि इस प्रकरण की जांच में हरीश रावत के बयान को भी संज्ञान में लेकर पूछताछ होनी चाहिए। उन्होने किस परिपेक्ष्य में यह बात कही और इस घटना को लेकर उनके पास और क्या-क्या जानकारी है। इस सम्बंध में पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति जी का राज्यपाल के माध्यम से ज्ञापन दिया गया है। जिसमे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सुरक्षा में हुई चूक प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है। उन्होने कहा कि राजनैतिक विद्वेष से किया गया यह षणयंत्र और कांग्रेसी नेताओं विशेषकर उत्तराखण्ड में सीएम बनने की जल्दी रखने वाले हरीश रावत के गैर-जिम्मेदराना बयान साफ चेतावनी है कि आने वाले दिनों में अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में भी इस तरह की घटनाएं हो सकती है। अफसोस तब अधिक होता है जबकि उनकी पार्टी के दो दो प्रधानमंत्री आंतकवादी घटनाओं में शहीद हुए हो। पत्रकार वार्ता में मदन कौशिक के साथ राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, अजीत नेगी, संजीव वर्मा समेत अनेक पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।