10 अक्टूबर तक जारी रहेगी बरसात
देहरादून। मौसम विभाग द्वारा जारी की गई भविष्यवाणी के अनुरूप आज उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है राजधानी दून से लेकर पौड़ी, चमोली और उत्तरकाशी तथा अल्मोड़ा से लेकर चंपावत, पिथौरागढ़ तक भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
मौसम विभाग द्वारा बीते कल राज्य में भारी बारिश की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग के निदेशक डॉ विक्रम सिंह ने 7 व 8 अक्टूबर को कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के अधिकांश जिलों में भारी से भी भारी बारिश की संभावना जताते हुए शासन प्रशासन को सतर्कता बरतने की चेतावनी दी गई थी। उनका कहना था कि इस दौरान राज्य के 13 में से आठ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने साफ कहा था कि इस दौरान आसमानी बिजली गिरने व भूस्खलन तथा बादल फटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
राज्य के कई जिलों में बीती रात से ही मौसम में भारी बदलाव देखा जा रहा था। राजधानी दून में जहां रात भर कभी हल्की तो कभी तेज बारिश का क्रम जारी रहा। वहीं दोपहर में अचानक हुई तेज बारिश से पूरा शहर पानी पानी हो गया। सड़कें तालाबों में तब्दील हो गई वहीं कुछ रिहायशी क्षेत्रों में भी जलभराव की समस्या से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। चमोली और पौड़ी से प्राप्त समाचारों के अनुसार यहां भी बीती रात से ही बारिश होने की खबरें हैं। वहीं राज्य के सीमावर्ती जनपदों में भारी बारिश हो रही है। जिसके कारण नदिया नालें और खालों का जल स्तर भी अचानक बढ़ गया है। मौसम विभाग द्वारा दी गई पूर्व चेतावनी के बाद राज्य के अधिकंाश जिलों में आज और कल कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखा गया है तथा प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी में लोगों से अनावश्यक यात्रा पर न निकलने और नदियों व नालों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।
खराब मौसम के पूर्वानुमान के चलते राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव के क्षेत्र के कारण जातेकृजाते मानसून कहर बरपा सकता है। इस दौरान यूपी व उत्तराखंड में 10 अक्टूबर को भारी बारिश देखी जा सकती है।