ऑपरेशन सिंदूर : पाकिस्तान में हड़कंप: भारत ने नौ आतंकी ठिकानों पर बरसाईं मिसाइलें

नई दिल्ली : भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले का कड़ा जवाब देते हुए बुधवार सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत मिसाइल हमले किए। इस हमले में 80 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। यह कार्रवाई प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को निशाना बनाकर की गई।
पाकिस्तान में दहशत, हवाई अड्डों की अस्थायी बंदी
भारतीय हमले के बाद पाकिस्तान में तनाव और भय का माहौल है। पाकिस्तान ने लाहौर, इस्लामाबाद और रावलपिंडी के हवाई अड्डों को शनिवार शाम 6 बजे तक बंद रखने की घोषणा की है। इससे पहले पाकिस्तान ने मई माह के दौरान कराची और लाहौर के उड़ान सूचना क्षेत्रों (FIR) के कुछ हिस्सों को प्रतिदिन सुबह 4 बजे से 8 बजे तक बंद रखने की योजना घोषित की थी। नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) का कहना है कि वैकल्पिक मार्गों से उड़ानों का संचालन किया जाएगा जिससे बड़े स्तर पर व्यवधान नहीं होगा।
भारत में भी उड़ानों पर असर
भारतीय एयरलाइनों ने भी उत्तरी भारत की उड़ानों को लेकर सतर्कता बरती है। स्पाइसजेट, एयर इंडिया और इंडिगो ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले उड़ान की स्थिति की जांच करें। कई उड़ानों के समय में बदलाव किया गया है और कुछ उड़ानें रद्द भी की गई हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का करारा जवाब
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिसकी जिम्मेदारी जेईएम ने ली थी। इसके बाद से ही भारतीय खुफिया एजेंसियों और सैन्य बलों द्वारा जवाबी कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी। उच्च सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन में अत्याधुनिक मिसाइल और ड्रोन तकनीक का प्रयोग करते हुए आतंकियों के कमांड और कंट्रोल सेंटर्स को तबाह किया गया।
कूटनीतिक हलचल तेज
इस कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक स्तर पर भी हलचल तेज हो गई है। जहां भारत ने इसे “आतंकवाद के विरुद्ध आत्मरक्षा का अधिकार” बताया है, वहीं पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस कार्रवाई का विरोध करने की घोषणा की है।
संपर्क में रहें: यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे हवाई यात्रा से संबंधित अपडेट के लिए संबंधित एयरलाइनों की वेबसाइट या हेल्पलाइन से संपर्क बनाए रखें।