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आशा किरण शेल्टर होम में अब तक 14 बच्चों की मौत,मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

दिल्ली : विकलांगों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आश्रय गृह में जनवरी 2024 से अब तक 14 मौतों का मामला सामने आया है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट में 27 मौतों का दावा किया जा रहा है। रोहिणी के आशा किरण शेल्टर होम में हुई मौतों का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। यह देखते हुए कि मौतों की संख्या पिछले साल की तुलना में बहुत अधिक है, एसडीएम ने कहा कि मौतों का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा। मामला सामने आते ही दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने एसीएस राजस्व को पूरे मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।

मंत्री ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करने का भी निर्देश दिया जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं की घटना को रोकने के लिए सुझावात्मक उपाय करने की सिफारिश की गई है। वहीं, आप विधायक दिलीप पांडे का ने कहा कि मामला सरकार के संज्ञान में आने के बाद दिल्ली सरकार ने आशा किरण शेल्टर होम मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच रिपोर्ट आते ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने लापरवाही के लिए आप सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आश्रय गृह में एक तथ्यान्वेषी टीम भेजी है।

एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि वर्षों से, दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह ने सारी आशा खो दी है। लोग इसमें पीड़ित हो रहे हैं और मर रहे हैं और दिल्ली सरकार कुछ नहीं करती है, कुछ भी नहीं करती है। संज्ञान लेते हुए और इसकी जांच के लिए अपनी टीम भेज रही हूं। उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू दिल्ली सरकार द्वारा संचालित रैन बसेरों का ऑडिट भी कर रहा है।दिल्ली बीजेपी की एक टीम भी स्थिति का जायजा लेने के लिए आशा किरण शेल्टर होम पहुंची है। रेखा गुप्ता, भाजपा महिला मोर्चा उपाध्यक्ष ने कहा कि हमारी जानकारी के मुताबिक बच्चों को गंदा पानी मिलता है, खाना नहीं मिलता, इलाज नहीं मिलता। इसकी जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल सभी अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए। भाजपा पर निशाना साधते हुए दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भगवा पार्टी के नेता मयूर विहार में नाले में डूबे मां.बेटे के घर नहीं गए।

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