बदरीनाथ जा रही बस अनियंत्रित होकर मकान की छत पर गिरी,जांच में जुटा प्रशासन

टिहरी / देहरादून : उत्तराखंड के टिहरी जिले में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें एक यात्री बस सड़क से फिसलकर एक मकान की छत पर जा गिरी। यह हादसा टिहरी-श्रीनगर मोटर मार्ग पर पौखाल स्यालकुंड के पास हुआ। हादसे के समय बस में केवल तीन यात्री सवार थे, जो गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए तत्काल श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बदरीनाथ जा रहे थे यात्री
मिली जानकारी के अनुसार, यह बस उड़ीसा से आए तीर्थयात्रियों को लेकर पवित्र बदरीनाथ धाम की ओर जा रही थी। रास्ते में सभी यात्री भोजन के लिए एक होटल में रुके थे। भोजन के बाद केवल तीन यात्री—कैलाश चन्द्र शाहू, अनिल शर्मा और गीता शाहू (पोड़ी)—ही समय से पहले बस में वापस चढ़ गए थे।
बस हुई अनियंत्रित, गिर गई मकान की छत पर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही बस का चालक स्टार्ट करके बस को सड़क पर मोड़ने लगा, तभी वाहन अचानक अनियंत्रित हो गया और करीब 10 मीटर गहरी खाई में गिर गया। नीचे एक स्थानीय व्यक्ति बलवीर सिंह का मकान था, जिसकी छत पर जाकर बस आकर गिरी। गनीमत रही कि घर के लोग उस समय छत या आसपास मौजूद नहीं थे, जिससे बड़ी जनहानि टल गई।
घायलों को 108 एंबुलेंस से भेजा गया अस्पताल
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और आपदा राहत दल मौके पर पहुंचा। घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से प्राथमिक उपचार के लिए श्रीनगर स्थित बेस अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, तीनों यात्रियों की हालत स्थिर है, लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है।
दुर्घटना के कारणों की जांच जारी
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में संभावना जताई जा रही है कि बस का हैंडब्रेक नहीं लगाया गया था या ब्रेक फेल हो गए थे, जिससे बस ढलान पर लुड़क गई और हादसा हुआ। वाहन की तकनीकी जांच की जा रही है, वहीं ड्राइवर से भी पूछताछ की जा रही है।
स्थानीय लोगों में दहशत
हादसे के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर सुरक्षा इंतज़ाम और अधिक मजबूत करने की मांग की है। खासकर तीर्थयात्रा के मौसम में यहां भारी वाहन और यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
टिहरी जिला प्रशासन ने हादसे को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही अस्पताल में भर्ती यात्रियों के उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। वहीं, संबंधित ट्रैवल एजेंसी से भी जवाब मांगा गया है कि हादसे के समय ड्राइवर बस में क्यों बैठा था, और सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया।
यह हादसा एक बार फिर उत्तराखंड की पहाड़ी सड़कों पर यात्रा की जोखिमों की याद दिलाता है। हालांकि इस दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई, लेकिन यह घटना और बड़ा रूप ले सकती थी। प्रशासन और ट्रांसपोर्ट विभाग को इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।