अमरनाथ यात्रा 24: सुरक्षा के बीच जम्मू से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच, अमरनाथ तीर्थयात्रियों का पहला जत्था शुक्रवार को जम्मू से कश्मीर के दो आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ, जो इस साल की तीर्थयात्रा की शुरुआत का संकेत है। जम्मू.कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को जम्मू स्थित अमरनाथ यात्रा बेस कैंप से रवाना किया।अमरनाथ यात्रा जल्द ही शुरू होने वाली है, इसलिए उधमपुर जिले में जम्मू.श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (छभ्.44) पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, खासकर श्री अमरनाथ जी यात्रा के पहले बेस कैंप टिकरी के मंथल इलाके में काली माता मंदिर के पास।
जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास में 2,000 से अधिक तीर्थयात्री पहले ही पहुंच चुके हैं, जहां से वे सुरक्षा काफिले में उत्तरी कश्मीर के बालटाल और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में स्थित आधार शिविरों के लिए रवाना होंगे। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी में पहलगाम और बालटाल के दो आधार शिविरों की यात्रा करने वाले पहले जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं को 3,000 से अधिक टोकन वितरित किए गए हैं।आधार शिविर में श्रद्धालुओं की अच्छी खासी आमद हो रही है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस साल की यात्रा के लिए 350,000 से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। गुफा मंदिर के दोनों मार्गों पर 125 सामुदायिक रसोई (लंगर) स्थापित किए गए हैं, जिन्हें 6,000 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है।
52 दिवसीय तीर्थयात्रा 29 जून को दो मार्गों से शुरू होगी: अनंतनाग में 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान.पहलगाम मार्ग और गंदेरबल में 14 किलोमीटर लंबा छोटा लेकिन खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग। यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि यात्रा का पहला जत्था शुक्रवार को सुबह 4ः00 बजे भगवती नगर स्थित जम्मू बेस कैंप से कश्मीर के लिए रवाना होगा। जम्मू.कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यात्री निवास से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे।
28 जून से 19 अगस्त तक विभिन्न मार्गों पर यातायात प्रतिबंध लगाए जाएंगे, साथ ही असुविधा को कम करने के लिए दैनिक परामर्श जारी किए जाएंगे। प्रत्येक राजमार्ग क्षेत्र के लिए कट-ऑफ समय निर्धारित किया गया है, जिसकी निगरानी सीसीटीवी निगरानी के माध्यम से की जाती है।
गुरुवार को प्रशासन ने अमरनाथ गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मौके पर ही पंजीकरण शुरू कर दिया। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने एक उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की और जम्मू-कश्मीर में विभिन्न आधार शिविरों का दौरा किया।सुचारू यात्रा सुनिश्चित करने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा, क्षेत्र वर्चस्व, व्यापक मार्ग तैनाती और चौकियों सहित व्यापक व्यवस्थाएं स्थापित की गई हैं।