बदायूं डबल मर्डर:भाई जावेद का कबूलनामा,क्यों साजिद ने बच्चों को मारा ?
बदायूं: दो भाइयों आयुष (13) और अहान (6) की हत्या के आरोपी और मुठभेड़ में मारे गए साजिद के भाई जावेद ने बरेली में नाटकीय ढंग से समर्पण कर दिया। सेटेलाइट बस स्टैंड चौकी पर आत्मसमर्पण के इरादे से पहुंचे जावेद ने एक ऑटो में साथ बैठी सवारियों को दोहरा हत्याकांड का उल्लेख कर अपना नाम.पता बताया।सवारियों ने इस कबूलनामे का वीडियो भी बना लिया, इसमें जावेद ने अपने को बेकसूर बताया। चौकी पर सौंपे जाने के बाद बदायूं पुलिस उसे साथ ले गई। सेटेलाइट बस स्टैंड के नजदीक ऑटो में लोगों के बीच बैठे जावेद का यह वीडियो वायरल भी हुआ है। इसमें जावेद कह रहा है कि वह दोहरे हत्याकांड के आरोपी साजिद का भाई जावेद है।
इसके प्रमाण के तौर पर जावेद ने अपना आधार कार्ड भी लोगों को दिखाया। जावेद ने लोगों को बताया कि साजिद ने जब घटना की तो वह अपने सखानू कस्बा स्थित अपने घर पर था। उसे घटना की जानकारी नहीं थी। कई लोगों ने कॉल करके उसे बताया कि तुम्हारे भाई ने दो बच्चों की हत्या कर दी है।जावेद बोला कि उसका मोबाइल फोन इसकी गवाही देगा कि वह उस वक्त कहां था। जब भीड़ उसका हेयर सैलून फूंक रही थी तो वह बदायूं पहुंचा। उसने देखा कि लोग काफी गुस्से में थे। भीड़ उस पर भी हमला कर सकती थी, इसलिए जान बचाने के लिए वह दिल्ली भाग गया।दो दिन दिल्ली में यहां.वहां घूमता रहा। उसे पता लगा कि साजिद को पुलिस ने मुठभेड़ में मार दिया है तब वह आत्मसमर्पण करने बरेली आ गया।
जावेद का कहना है कि जिनके साथ घटना हुई है वह उन लोगों का परिचित परिवार है,घरेलू संबंध हैं। साजिद ने ऐसा क्यों किया, वह यह नहीं समझ पाया, लेकिन मैं निर्दोष हूं।जावेद बोला. साजिद बच्चों से करता था नफरत… इसीलिए आयुष.अहान को मार डालाआत्मसमर्पण के बाद पुलिस गिरफ्त में जावेद ने कहा कि साजिद मानसिक रूप से बीमार था और बच्चों से नफरत करता था। इसलिए उसने आयुष और अहान की हत्या की। खुद के दो बच्चों की मौत के बाद साजिद की मानसिक स्थिति बिगड़ी थी।एसएसपी आलोक प्रियदर्शी के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में जावेद ने बताया कि बड़ा भाई साजिद बच्चा न होने के कारण मानसिक रूप से परेशान रहता था। वह बच्चों से नफरत करता था और कई बार वह बच्चों को देखकर आक्रोशित हो जाता था।घटना से पहले वह एक छुरा खरीदकर लाया। पूछने पर बताया कि रमजान चल रहे हैं, यह गोश्त काटने के काम आएगा। शाम को जब घर जाते वक्त साजिद ने उससे कहा चलो ठेकेदार विनोद के घर हो आएं।
वह उसके साथ बाइक से विनोद के घर पहुंचा। साजिद ने कहा कि तुम यहीं खड़ा रहो, मैं आता हूं। यह कहकर साजिद मकान के अंदर चला गया।कुछ ही देर बाद जब वह खून से सना हुआ आया तो विनोद के परिवार के लोगों ने शोर मचाया जिस पर मोहल्ले के लोग मौके पर आ गए। यह देख वह बाइक लेकर भाग गया था। पुलिस के डर से वह घर से दिल्ली चला गया। जब पता चला कि पुलिस उसे ढूंढ रही है तो वह समर्पण करने बृहस्पतिवार को बरेली पहुंचा। एसएसपी ने कहा कि पुलिस जावेद के बयानों को क्रॉस चेक करेगी।आपको बता दें कि बदायूं की बाबा कॉलोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद कुमार के बेटे आयुष (13) व अहान (6) की 19 मार्च मंगलवार को शाम 6ः30 बजे साजिद ने चाकू से 24 वार कर हत्या कर दी गई थी।
साजिद ने गर्दन रेतने के साथ ही छुरे से आयुष के शरीर पर 14 और अहान पर नौ वार किए थे।विनोद के तीसरे बेटे पीयूष (8) पर भी चाकू से वार किया गया था। वारदात के दौरान जावेद और साजिद साथ थे। इसके बाद जावेद दिल्ली भाग गया। वहीं साजिद शेखूपुर के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में उसी रात मारा गया। जावेद ने बरेली में आत्मसमर्पण किया। पुलिस उसे बदायूं ले आई, जहां पूछताछ की गई। अब कई पहलुओं पर छानबीन और जांच होनी है।हत्या की वारदात के बाद तोड़फोड़ और आगजनी करने के मामले में पुलिस ने 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके से जुटाए गए वीडियो फुटेज से बवालियों की पहचान की जा रही है। यह मुकदमा बुधवार देर रात मंडी चौकी प्रभारी की तहरीर पर दर्ज किया गया। इसमें बलवा, आगजनी, मारपीट, तोड़फोड़ कर हमला करने समेत सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की धाराओं में दर्ज किया गया है।
Source:AmarUjala