जमीन के अंदर शहर! सुपरमार्केट से लेकर चर्च-होटल और घर-दुकान तक
नई दिल्ली : दुनियाभर में जब विकास का दौर शुरू हुआ तो इंसान ने जंगली जानवरों और दूसरी परेशानियों से बचने के लिए जमीन पर घर बनाने शुरू कर दिए. इसके बाद विकास के क्रम में लोगों ने दो या ती मंजिला मकान बनाने शुरू कर दिए. धीरे-धीरे वर्टिकल डेवलपमेंट का दौर आया यानी इंसान ने बहुमंजिला इमारतें बनाना शुरू कर दिया. इस सबके बीच अगर आपको एक ऐसी जगह ले जाया जाए जहां ऊपर खुला मैदान हो जमीन के अंदर पूरा का पूरा शहर बसा हो तो शायद आप चौंक जाएंगे. आइए आज आपको ऐसे ही एक शहर के बारे में बताते हैं, जो जमीन के नीचे है और उसमें इंटरनेट से लेकर बिजली तक और मॉल से लेकर सुपरमार्केट तक सब कुछ उपलब्ध है.
जमीन के अंदर बसा ये टाउन दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया है. एडिलेड शहर से 846 किलोमीटर दूसर बसे इस टाउन का नाम कूबर पेडी (Coober Pedy) है. दरअसल, यहां दुर्लभ रत्न ओपल की कई खदानें हैं. खदान के लिए आए मजदूरों ने ही इस अंडरग्राउंड टाउन में रहना शुरू कर दिया था. इस अंडरग्राउंड टाउन में बना पूरा सिस्टम खुदाई के काम को आसान बनाने के लिए ही तैयार किया गया था. अब यहां लोग इसके अंडरग्राउंड घरों में ही रहते हैं.
खदान के मजदूरों ने जमीन के नीचे जो कमरे बनाए, उन्हें पूरी तरह से फर्निश और सारी सुख सुविधाओं से लैस किया है. इस अंडरग्राउंड टाउन में ऐसे 1500 घर हैं. इस टाउन का आकर्षण इतना ज्यादा है कि कई हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी यहां हुई है.
कूबर पेडे में ओपल की खुदाई का काम वर्ष 1915 में शुरू किया गया था. ये रेगिस्तानी इलाका है. लिहाजा, गर्मियों में इस टाउन का तापमान बहुत ज्यादा रहता है. इसी तरह सर्दियों के मौसम में इस इलाके में बहुत ज्यादा ठंड होती है. ऐसे मौसम के कारण लोगों को यहां रहने में काफी मुश्किलें पेश आती थीं.
माइनिंग में जुटे लोगों ने मौसम की इस ज्यादती से निपटने के लिए खाली पड़ी खदानों में रहना शुरू कर दिया. दरअसल, गर्मियों में इस इलाके का तापमान 120 डिग्री तक पहुंच जाता है. वहीं, सर्दियों में तापमान बहुत ही नीचे चला जाता है. कूबर पेडी में बारिश भी बहुत कम होती है.
आप अगर कूबर पेडी जाएंगे तो आपको कई जगह पर जमीन के अंदर से बाहर निकली हुई चिमनियां दिखाई देंगी. साथ ही कई जगह चेतावनी वाले बोर्ड भी नजर आएंगे. इन बोर्ड्स पर लिखा रहता है कि सावधानी से चलें, नहीं तो आप जमीन के ऊपर से सीधे किसी कमरे या खाली अंधेरे गहरे गड्ढे में गिर जाएंगे.
कूबर पेडी के अंडरग्राउंड घरों में इंटरनेट और बिजली की पूरी सुविधा उपलब्ध है. यहां लोगों को पीने के पानी की कमी भी नहीं होती है. इस अंडरग्राउंड टाउन में सिर्फ एक ही कमी है और वो है सूरज की रोशनी की. जमीन के अंदर होने के कारण लोगों को सूरज की रोशनी के लिए ऊपर आना पड़ता है.कूबर पेडी को देखने आने वाले पर्यटकों के लिए एक अंडरग्राउंड होटल भी है. इसमें एक रात ठहरने के लिए पर्यटकों को 12,000 रुपये से ज्यादा का भुगतान करना पड़ता है. इस टाउन में जमीन के नीचे शानदार क्लब भी हैं. इनमें पर्यटक पूल गेम भी लुत्फ उठा सकते हैं.
Sources:hindi.news18.com