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कांग्रेस मे नेता चुनाव और कार्यकर्ता आंदोलन से बना रहे दूरी : चौहान

देहरादून : भाजपा ने कांग्रेस की गुटबाजी और आंदोलनों की घोषणा पर तंज कसते हुए कहा कि दिखावा कर रही कांग्रेस की हकीकत यह है कि वहां न नेता चुनाव लडने के लिए और न कार्यकर्ता आंदोलन के लिए तैयार हैं।प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर सिंह चौहान ने कहा, उनके बड़े नेता और कार्यकर्ता समझदार है, तभी हार तय जानकर राजनीति के मैदान में उतरने से ही कतरा रहे हैं ।उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि कांग्रेस थोक में आंदोलन की घोषणा करती है लेकिन कार्यकर्ताओं के इंकार के बाद अधिकांश आंदोलन कब शुरू कब समाप्त होते हैं, पता ही नहीं चलता है।

श्री चौहान ने एक के बाद एक प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के लोकसभा चुनाव लडने से इंकार करने को उनका समझदारी भरा निर्णय बताया है । उन्होंने व्यंग किया कि सभी जान और समझ रहे हैं कि राज्य की पांचों सीटों पर भाजपा का रिकॉर्ड मतों से जीतना निश्चित है । यही वजह है कि कोई भी बड़ा कांग्रेसी नेता चुनाव में उतरने की हिम्मत नही जुटा पा रहा है । उन्होंने कटाक्ष किया, हालत यह है कि कुछ दिन पहले उनकी प्रदेश प्रभारी को उम्मीदवार ढूंढने और उनका हौसला बढ़ाने के लिए देहरादून आना पड़ा था। लेकिन दिल्ली में तथाकथित स्क्रीनिंग कमेटी होते होते स्थिति, ढाक के तीन पात वाली बन गई । क्योंकि एक बार फिर अधिकांश ने स्पष्ट कर दिया है कि वे हारने के लिए चुनाव नही लडने वाले हैं ।

उन्होंने कांग्रेस द्वारा महिला न्याय यात्रा की घोषणा को ढकोसला बताते हुए कहा कि इस हश्र भी पहले की उनकी अन्य यात्राओं जैसा होने वाला है । क्योंकि झूठे मुद्दों के आधार पर वास्तविकता को नकार कर किसी भी आंदोलन की बुनियाद नहीं रखी जा सकती है । केंद्र की मोदी एवं उत्तराखंड की धामी सरकार ने मातृ शक्ति के कल्याण के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए है जिसके चलते आर्थिक एवं सामाजिक सभी क्षेत्रों में वे विकास की धारा को लीड कर रही हैं । चाहे मातृ शक्ति वंदन से जनप्रतिनिधित्व में आरक्षण देने, प्रदेश की नौकरियों में 30 फीसदी हिस्सेदारी, यूसीसी से सामाजिक बराबरी का अधिकार सुनिश्चित करना हो ऐसे कार्य एतिहासिक है। इसी तरह सरकार की अनेकों कल्याण योजनाओं के सहयोग से हमारी माताएं और बहिने अपना भाग्य संवार रही हैं ।

लेकिन कांग्रेस का उद्देश्य भ्रम फैलाकर राजनैतिक शोर शराबा करना है । लिहाजा उन्हें इस श्री में अपने इंडी गठबंधन की बंगाल सरकार वाले संदेशखाली से आने वाली महिलाओं की चीखें नही सुनाई देती हैं ।हरिद्वार सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत की कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को दी गई सलाह को उन्होंने उनकी पार्टी की गुटबाजी का असल नमूना बताया है । उन्होंने तंज किया कि समुदाय विशेष के वोट बैंक को देखते हुए, यह एकमात्र सीट है जिस पर सभी कांग्रेस नेता जोर आजमाइश करते नजर आ रहे हैं । यहां पूर्व मुख्यमंत्री भी दावा कर रहे हैं और उनके सपुत्र भी तथा और एक पूर्व मंत्री भी टिकट की हसरत पाले है।सभी जीतने के लिए नही, बल्कि सम्मान से हारने की उम्मीद में ताल ठोकना चाहते हैं ।

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