ईडी की कोयला लेवी धनशोधन मामले में कांग्रेस नेताओं पर छापेमारी
नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला लेवी धनशोधन मामले में जारी जांच के तहत सोमवार को कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों सहित छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह छापेमारी राज्य की राजधानी रायपुर में 24-26 फरवरी तक कांग्रेस के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन से पहले हुई है। राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है।
अधिकारियों के अनुसार, भिलाई (दुर्ग जिले) में विधायक देवेंद्र यादव, रायपुर में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुशील सनी अग्रवाल और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह के परिसरों सहित एक दर्जन से अधिक स्थानों पर आज सुबह से ही तलाशी चल रही है।
छापेमारी में सत्ताधारी पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के परिसर भी शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि ईडी द्वारा उन लोगों की जांच की जा रही है जो वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए कथित कोयला लेवी घोटाले के अपराध की आय के लाभार्थी रहे हैं। एजेंसी के अनुसार, ईडी की जांच “एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनीतिक नेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक ‘गिरोह’ द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रत्येक टन कोयला ढुलाई पर 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी”।
छापों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाई के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, ‘‘भाजपा रायपुर में होने वाले कांग्रेस के 85वें पूर्ण अधिवेशन से डरी हुई है और इसे बाधित करने के लिए केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग किया जा रहा है।’’ विरोध स्वरूप कांग्रेस आज दिन में रायपुर स्थित ईडी कार्यालय का घेराव करेगी। मामले में अब तक राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी, छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और एक कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।