ऐतिहासिक श्री झंडे जी मेला 19 मार्च से, तैयारी शुरू,इस बार बदलेगा ध्वजदंड

देहरादून: राजधानी में आस्था का केंद्र श्री दरबार साहिब में ऐतिहासिक श्री झंडे जी का मेला 19 मार्च से शुरू होने जा रहा है,प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। श्री झंडे जी का मेला 19 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा। 16 मार्च को श्री दरबार साहिब में ध्वजदंड लाया जाएगा। इसी दिन गिलाफ सिलाई का भी काम शुरू हो जाएगा। श्री झंडे जी मेले को लेकर दून ही नहीं, विदेशी संगतें भी काफी उत्साहित हैं। हर साल होली के चार दिन बाद श्री झंडे जी का मेला शुरू होता है।
मेला प्रशासन के अनुसार, आठ मार्च को पंजाब की पैदल संगत के लिए बिहलौलपुर के महंत वियंतदास के नाम का हुकुमनामा श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज का हस्ताक्षर कराकर बड़ागांव ले जाया जाएगा। इसके बाद 10 मार्च को श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज पैदल संगत के स्वागत के लिए अराईयांवाला प्रस्थान करेंगे। इसके साथ ही अराईयांवाला में श्री झंडे जी को चढ़ाया जाएगा। 19 मार्च को परंपरा के अनुसार श्री झंडे जी का आरोहण होगा। इस दिन सुबह से देर शाम तक दून भक्ति में डूबा रहेगा।
21 मार्च को नगर परिक्रमा होगी। यह श्री दरबार साहिब से शुरू होकर शहरभर में होते हुए श्री दरबार साहिब में विश्राम लेगी। इसके बाद छह अप्रैल को श्री झंडे जी का समापन हो जाएगा। श्री दरबार साहिब में हर तीन साल में ध्वजदंड को बदलने की परंपरा है। इसलिए इस बार ध्वजदंड को बदला जाएगा। इसके लिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी गई। इसके लिए दूधली से लकड़ी मंगाई गई है। इसे एक महीने पहले ही तराशना शुरू कर दिया गया था।
ये रहेगा दिनवार कार्यक्रम
आठ मार्च- हस्ताक्षर कराकर बड़ागांव ले जाया जाएगा महंत वियंतदास के नाम हुकुमनामा।
10 मार्च- पैदल संगत के स्वागत के लिए अराईयांवाला प्रस्थान करेंगे श्रीमहंत।
11 मार्च.-संगतों के स्वागत के लिए एसजीआरआर प्रस्थान करेंगे श्रीमहंत।
12 मार्च- पैदल संगत के साथ श्री दरबार साहिब में प्रवेश करेंगे श्रीमहंत।
16 मार्च- गिलाफ सिलाई और श्री दरबार साहिब में लाया जाएगा ध्वजदंड।
18 मार्च- पूर्वी संगत की विदाई।
19 मार्च- श्री झंडे जी का आरोहण।
20 मार्च- संगत को आशीर्वाद देंगे श्रीमहंत।
21 मार्च- नगर परिक्रमा।
छह अप्रैल. मेले का समापन।