अजब-गजब! बिहार में यहां पेड़ पर रहते हैं इंसान,15 साल से जी रहे हैं पक्षी वाली जिंदगी
भागलपुर : भागलपुर जिले का एक ऐसा गांव जहां लोग पक्षी की तरह अपना जीवन यापन करते हैं। यंहा के लोग घरों में नहीं बल्कि पेड़ों पर रहते हैं। इतना ही नहीं अपने बच्चों और जानवरों के साथ पेड़ों पर रहने के लिए मजबूर हो जाते हैं। यंहा तक कि घरों में बड़े-बड़े सांप रहते है और उसके बीच हमलोग रहते हैं। ये कहानी है जिले के सबौर प्रखंड के शनतनगर बगडेर बगीचा की। दरअसल, जिले में यह बगीचा चिड़ियों के घोसलों के लिए नहीं बल्कि इंसानों के घोंसलें के लिए फेमस है।
पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आता है। इसके साथ ही कटाव भी जिले में होता है। कटाव पीड़ित अपना आशियाना ढूंढने में लग जाते हैं। बाबूपुर, रजनन्दीपुर बहुत बड़ा गांव हुआ करता था। जो धीरे धीरे गंगा के आगोश में समाते चला गया। लोग अपना ठिकाना ढूंढने लगे। तभी वहां के लोग शन्तनगर में आकर बस गए। यह इलाका निचली इलाका होने का कारण पूरी तरीके से डूब जाता है। यंहा के लोगों को जीवन यापन करना काफी दुर्लभ हो जाता है। न पीने का पानी, न शौचालय की व्यवस्था और न खाने का समान कैसे कटती होगी जिंदगी ?
15 साल से ऐसे ही कट रहे है जिंदगी
ये हैरान कर देने वाली बात है। अगर आप इस परिदृश्य को सोचेंगे तो आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। लेकिन करीब 15 साल से इनकी जिंदगी ऐसे ही कट रही है। हर साल अपना नया आशियाना बनाते हैं। हर साल बाढ़ में टूट जाता है। गांव के लोगों ने बताया कि अगर हम लोगों को सरकार कहीं जमीन दे दे तो हम लोग किसी तरह मकान बना कर रहेंगे।
इस बार इंसानों का सहारा बनने वाले पेड़ भी अब नहीं बचे है। बाढ़ का समय आ गया है। यंहा के लोग 13 फीट ऊंची मचान बनाने में लग गए हैं। धीरे धीरे अपने समानों को सुरक्षित जगह पर ले जाने लगे हैं। गांव की महिला अनिता देवी ने बताया कि पानी आते ही कष्टदायक जिंदगी हो जाती है। यंहा तक की कोई सहारा नहीं होता है। सरकार के तरफ से नाव तक कि व्यवस्था नहीं की जाति है।
हम लोग चादर का नाव बनाते हैं। उससे आना जाना होता है, लेकिन हमेशा डर बना रहता है। चादर का नाव तेज धार में जाने पर बह जाएगा, लेकिन फिर भी उस पर सफर करना पड़ता है। अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उसका ही सहारा लेना पड़ता है। कई बार खुले आसमान के बीच अपना समय व्यतीत करना पड़ता है। बारिश में बोरी का सहारा लेकर हम लोग रहते हैं। उन्होंने सरकार से पूरी व्यवस्था की मांग की है ताकि बाढ़ में कोई समस्या न हो।
Sources: News18