पटना में जनता दल-यूनाइटेड नेता सौरभ कुमार की गोली मारकर हत्या
नीतीश कुमार की जनता दल.यूनाइटेड के एक युवा नेता की देर रात उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह पटना में एक शादी समारोह से लौट रहे थे। पुनपुन के थाना प्रभारी ने बताया कि परसा बाजार गांव में गोलीबारी में उनके साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति मुनमुम कुमार घायल हो गये। बाइक सवार अज्ञात चार लोगों ने सौरभ को सिर में दो गोली मारी, जबकि उसके साथी मुनमुन कुमार को तीन गोली मारी गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया, जबकि मुनमुन को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया।
सौरभ कुमार के भाई समीर कुमार ने कहा कि वह एक पारिवारिक समारोह में गये थे। उनकी कार रिसेप्शन स्थल से 50 मीटर दूर खड़ी थी। जब वह अपनी कार की ओर जा रहे थे तो रास्ते में उन पर हमला हुआ,उसका कोई दुश्मन नहीं था। मैं राजनीतिक साजिश के बारे में कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मैं राजनीति में नहीं हूं। बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि आज सुबह मुझे यह सूचना मिली कि सौरभ की हत्या कर दी गयी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा कि सौरभ एक उभरते हुए सामाजिक कार्यकर्ता थे। वह बहुत ही कम समय में मशहूर हो गए।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है, जैसा कि उसे लेना चाहिए था। आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उसे फांसी दी जाए। यह सिर्फ उनके परिवार के लिए क्षति नहीं है, बल्कि उनके पूरे पड़ोस ने एक बेटा खो दिया है। लोग एक ही समय में दुखी और गुस्से में हैं। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। जदयू के पटना अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि कल रात 9 बजे मैं और सौरभ एक ही रिसेप्शन पार्टी में थे।
जिसके बाद मैं दूसरी पार्टी में चला गया। सौरभ सिर्फ राजनीतिक व्यक्ति नहीं थे, वह सामाजिक रूप से भी काफी सक्रिय थे……वह क्षेत्र के उभरते हुए राजनेता थे….प्रशासन जांच में जुट गया है और हमें विश्वास है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जेडीयू नेता की गोली मारकर हत्या पर बोले बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने कहा कि हत्या की घटना काफी दुखद है, जो भी इसके पीछे है और गेम खेलने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा….अपराधी की जगह जेल होगी। जिसने भी यह किया है उसे पकड़कर सलाखों के पीछे डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान प्रतिद्वंद्विता के तौर पर घटनाएं होती रहती हैं…हम हर चीज की जांच करेंगे।’ क्या मीसा भारती को यह जानकारी नहीं है कि उनके शासनकाल में अपराधी तांडव करते थे और उनके घर में शरण लेते थे, जबकि भाजपा (जद;यू) सरकार में ऐसा नहीं है।