रिटायरमेंट के बाद जगा प्यार,80 की उम्र में रचाई शादी, हनीमून पर भी गए
बुजुर्ग होने का मतलब जिंदगी खत्म हो जाना नहीं। रिटायरमेंट के बाद आमतौर पर लोग सोचते हैं कि अब जीवन का अंतिम दौर चल रहा है। लेकिन 82 साल के क्रिस्टोफर स्ट्रीट्स और 81 साल की रोजा को ऐसा नहीं लगता। नौकरी से दोनों रिटायर हुए तो घर परिवार से अलग रिटायरमेंट विलेज में चले गए। जहां लोगों की सेवा करते हुए अपना जीवन बिताना चाहते थे।
क्रिस्टोफर की वाइफ नहीं थीं तो रोजा के पति का कुछ साल पहले ही निधन हुआ था। दोनों अकेले थे और खुशी-खुशी जिंदगी बिता रहे थे। तभी हुआ कुछ ऐसा कि दोनों के बीच प्यार हो गया। इस उम्र में दोनों ने शादी रचाई। यहां तक कि हनीमून पर भी गए।रोजा पहली मुलाकात को याद करते हुए बताती हैं, मैंने उसे खिड़की के पास बैठे देखा और मैं उसके सामने बैठी हुई थी।
सूरज उस पर चमक रहा था और उसने प्यारे पीले मोजे पहने हुए थे, जो धूप में लगभग चमकते हुए लग रहे थे। फिर वह मेरे पास आकर सोफे पर बैठ गया और हम बातें करने लगे। फिर कब हम दोनों में प्यार हो गया पता ही नहीं चला। हम दोनों की च्वाइस एक जैसी थी। कला, थिएटर, इतिहास और संगीत में उसे भी रुचि थी और मुझे भी। हम मिलने लगे और बात एक दिन शादी तक जा पहुंची।
पार्टनर की मौत के बाद नहीं लग रहा था मन
दोनों का परिवार समरसेट में रहता है। लेकिन अपने-अपने जीवनसाथी के निधन के बाद उनका मन नहीं लग रहा था और दोनों कीशम के रिटायरमेंट विलेज आ गए थे। क्रिस्टोफर ने कहा,मुझे रोजा बहुत आकर्षक, देखभाल करने वाली और सहानुभूतिपूर्ण लगी। हमारे बीच बहुत सारी समानताएं हैं। हम सब जगह एक साथ जाते थे। खूब बातें करते थे।
वह बहुत प्यारी है और कभी कभार जब मुझे गुस्सा आता है तो वह शांत कर लेती है। रोजा ने आगे कहा, शुरू से ही मुझे क्रिस्टोफर से बात करना बहुत आसान लगा। वह एक अच्छा श्रोता है, बहुत चौकस है और हम जिस भी विषय पर बात करते हैं उसके प्रति बहुत संवेदनशील है। जो मुझे लगता है कि एक आदमी में पाए जाने वाले अद्भुत गुण हैं!
पहली मुलाकात के 18 महीने बाद रचाई शादी
कॉफी मॉर्निंग पर पहली मुलाकात के 18 महीने बाद, इस जोड़े ने जुलाई के अंत में शादी कर ली। इस मौके पर दोनों के परिवार के लोग जश्न मनाने के लिए मौजूद थे। बाद में दोनों हनीमून पर भी गए। क्रिस्टोफर ने हंसते हए बताया, मेरा प्रपोजल भी गजब का था। क्योंकि अगर मैं एक घुटने पर बैठ जाता, तो कभी नहीं उठ पाता। लेकिन मुझे ऐसा करना था।
ऐसे समझिए कि मैं थोड़ा बड़बड़ा रहा था। लेकिन सौभाग्य से रोजा ने हंसते हुए “हां” कहा, इसलिए हमने शादी की तारीख तय की। यह हम दोनों के लिए बहुत भावनात्मक था। हमारे बच्चे और पोते-पोतियां वहां थे और हमने न्यूजीलैंड में अपने परिवार के लिए भी समारोह का सीधा प्रसारण किया जो वहां रहते हैं। यह एक अद्भुत दिन था और सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा हमने आशा की थी।Sources:News18