महेंद्र भट्ट ने इंजी. ललित शौर्य की पुस्तक “जल की पुकार” का किया विमोचन
देहरादून : राज्यसभा सांसद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कैम्प कार्यालय देहरादून में युवा बाल साहित्यकार इंजी. ललित शौर्य की पुस्तक जल की पुकार का विमोचन किया।पुस्तक विमोचन के अवसर पर उन्होंने कहा कि, यह पुस्तक बच्चों को अत्यधिक प्रेरित करेगी। जल संरक्षण आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। जल ही जीवन का आधार है। इस महत्वपूर्ण विषय पर कलम चलाकर साहित्यकार इंजी. ललित शौर्य ने प्रशंसनीय कार्य किया है।
आज मोबाईल युग में बच्चों के हाथों में पुस्तक देने की पहल मील का पत्थर साबित होगी। युवा पीढ़ी को अच्छे साहित्य को पढ़ना अपनी आदत में सुमार करना चाहिए। ललित शौर्य बाल साहित्य में बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं।प्रधानमंत्री जनकल्याण योजना समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनोद खंडूरी ने कहा कि इंजी. शौर्य युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं। उनके द्वारा रचा गया साहित्य निश्चित ही बच्चों को संस्कारित करने का कार्य करेगा।
शौर्य की पुस्तकों में कहानी के विषय समयाकूल, अभिनव एवं अद्वितीय होते हैं। जो बच्चों को रोचक लगते हैं। साथ ही बच्चे इन कहानियों से बहुत कुछ सीखते हैं। शौर्य की पुस्तकें चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व निर्माण की आधारशिला रख रही हैं।पुस्तक के लेखक इंजी. ललित शौर्य ने कहा कि यह पुस्तक भविष्य के जल संकट को ध्यान में रखते हुए लिखी गई हैं। इसमें कहानियों के माध्यम से से बच्चों से जल संरक्षण की अपील की गई है।
पानी को व्यर्थ बहने से बचाना आवश्यक है। वर्षा जल संरक्षण का मुद्दा बहुत अहम है। इसके बारे में भी पुस्तक में लिखा गया है। पहाड़ों में नदियां, नौले-धारे पेयजल के प्रमुख स्रोत हैं। इन जल स्रोतों की स्वच्छता, रख-रखाव के बारे में भी पुस्तक में बताया गया है। जो बच्चों को निश्चित ही जल संरक्षण एवं नौले-धारों के प्रति संवेदनशील बनाएगा। साथ ही उन्होंने पुस्तक विमोचन के लिए राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट जी का धन्यवाद व्यक्त किया।
इससे पूर्व भी ललित शौर्य की बाल साहित्य में एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनका मोबाईल नहीं पुस्तक दो अभियान खासा चर्चा में है। जिसके माध्यम से अब तक विभिन्न लोगों के सहयोग से पचास हजार से अधिक पुस्तकें वितरित की जा चुकी हैं। इंजी. ललित शौर्य की दादाजी की चौपाल, जादुई दस्ताने, गुलदार दगड़िया, कोरोना वॉरियर्स, स्वच्छता के सिपाही पुस्तकें बच्चों में खासा लोकप्रिय हैं।