Sun. Sep 21st, 2025

मणिपुर:मोदी ने विस्थापित लोगों से की बातचीत शांति और विकास का संदेश दिया

मणिपुर  : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चूराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से बातचीत की। इन परियोजनाओं में 3,600 करोड़ रुपये से अधिक की मणिपुर शहरी सड़कें, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार परियोजना, 2,500 करोड़ रुपये से अधिक की पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएँ, मणिपुर इन्फोटेक विकास (MIND) परियोजना और नौ स्थानों पर कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मणिपुर की धरती साहस और वीरता की धरती है और उन्होंने यहां आए लोगों के उत्साह और समर्थन की सराहना की। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण उनका हेलीकॉप्टर नहीं आ सका, इसलिए उन्होंने सड़क मार्ग से यात्रा की और इस दौरान देखने को मिले दृश्यों के लिए उन्होंने ईश्वर का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर का नाम ही मणि है और यह मणि पूरे नॉर्थ-ईस्ट की चमक को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

प्रधानमंत्री ने मणिपुर में सड़क और रेल कनेक्टिविटी के विस्तार पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अब सैकड़ों गांवों तक रोड कनेक्टिविटी पहुंच चुकी है, जिससे पहाड़ी और ट्राइबल समुदायों को बड़ा लाभ हुआ है। जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन जल्द राजधानी इंफाल को नेशनल रेल नेटवर्क से जोड़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारत बहुत तेजी से विकसित हो रहा है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।

प्रधानमंत्री ने गरीबों के लिए पक्के घर बनाने और नल से जल की सुविधा प्रदान करने की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मणिपुर में आज साढ़े तीन लाख से अधिक घरों में पाइप के माध्यम से पानी उपलब्ध है, जबकि सात-आठ साल पहले यह संख्या केवल 25-30 हजार थी। उन्होंने हाल ही में हिल्स और वैली क्षेत्रों में विभिन्न समूहों के साथ समझौतों और संवाद की प्रक्रिया की भी सराहना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार शांति, संवाद और सम्मान के मार्ग पर काम कर रही है और सभी संगठनों से अपील की कि वे शांति और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ें। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है और उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *