गुनियाल गांव में सैन्यधाम निर्माण स्थल का मंत्री जोशी ने किया निरीक्षण
देहरादून : सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को देहरादून स्थित गुनियाल गांव में सैन्यधाम निर्माण स्थल का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने निर्माणाधीन सैन्य धाम में म्यूजियम, ऑडिटोरियम और जहां शहीदों के नाम अंकित किए जाने है, उनके निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया। मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को निर्माण से संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मंत्री ने मौके पर उपस्थित संबंधित विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिए गए 15 अक्टूबर की डेडलाइन तक किसी भी हाल में निर्माण कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने अधिकारियों को दिन रात कार्य कराने तथा निर्धारित समय सीमा के भीतर और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि सैन्य धाम का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा शीघ्रहीसैन्य धाम प्रदेश की जनता को समर्पित किया जायेगा। उन्होंने कहा उत्तराखंड का पंचम धाम सैन्य धाम प्रदेश की जनभावनाओं से जुड़ा हुआ है। देश के भर के स्मारकों के अध्यन के बाद सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। सैन्य धाम में 1734 शहीद जवानों के आंगन की मिट्टी और प्रदेश की 28 पवित्र नदियों का जल अमर जवान ज्योति के मुख्य स्तंभ में प्रतिस्थापित की गई है। इसके अतिरिक्त सैन्य धाम में लाईट एण्ड साउण्ड शो, म्यूजियम व ऑडिटोरियम टैंक, जहाज और 120 फीट ऊंचा तिरंगा झंडे के साथ ही अन्य सैन्य उपकरण भी रखें जाएंगे।
उन्होंने कहा भारतीय सेना में जिन दो सैनिकों की पूजा की जाती है, बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह का मंदिर का निर्माण सैन्य धाम में किया जा रहा है। मंत्री ने कहा देश के प्रथम सीडीएस और उत्तराखण्ड का गौरव स्व. जनरल बिपिन रावत के नाम पर सैन्य धाम का मुख्य गेट बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा यह सैन्य धाम शहीदों के प्रति सम्मान का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। जिससे हमारे युवा आने वाले युगों-युगों तक इन शहीदों को याद कर प्रेरणा ले सकेंगे।इस अवसर पर सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, कार्यदायी संस्था पेयजल एमडी रणवीर सिंह चौहान, सैनिक कल्याण निदेशक ब्रिगेडियर अमृत लाल, उपनिदेशक कर्नल एमएस जोधा, संयुक्त सचिव सुनील सिंह, परियोजना निदेशक रवींद्र कुमार, योगेश कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।