NCB ने पैन इंडिया ड्रग कार्टेल का किया पर्दाफाश,करोड़ों की नशीली दवा बरामद, 6 गिरफ्तार
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एलएसडी,या लिसेर्जिक एसिड डायथाइलैमाइड के 15,000 से अधिक ब्लॉट्स जब्त किए हैं और एक अखिल भारतीय तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है जो क्रिप्टोक्यूरेंसी का उपयोग करता था और ‘‘डार्क वेब’’ के माध्यम से चलाया जाता था। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने मंगलवार दोपहर संवाददाताओं से कहा कि यह एजेंसी की अब तक की सबसे बड़ी एलएसडी ‘‘ब्लाट’’ जब्ती है।
‘‘डार्क नेट’’ का इस्तेमाल हुआ
ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि इस नेटवर्क ने अपने व्यवहार में ‘‘डार्क नेट’’ का इस्तेमाल किया। यह नेटवर्क वस्तुतः संचालित होता था और भुगतान क्रिप्टोक्यूरेंसी और क्रिप्टो वॉलेट के माध्यम से किया जाता था। खरीदार और विक्रेता के बीच कोई भौतिक संपर्क नहीं था। उन्होंने कहा कि हमने दो मामलों में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और 15,000 एलएसडी ड्रग की जब्ती की है,जो व्यावसायिक मात्रा का 2.5 गुना है। इसकी व्यावसायिक मात्रा 0.1 ग्राम है। यह एक सिंथेटिक दवा है और बहुत खतरनाक है। यह पिछले 2 दशकों में सबसे बड़ी जब्ती है।
बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़
एनसीबी के उप महानिदेशक ने बताया कि यह व्यवासायिक मात्रा में LSD बेचने का एक बड़ा नेटवर्क था जो पोलैंड, नेदरलैंड और USA जैसे देशों से मंगाकर भारत में इसकी सप्लाई करता था। उन्होंने कहा कि ये सोशल मीडिया के ज़रिए लोगों से जुड़ते थे और UPI के माध्यम से पैसे लेते थे। 15,000 ब्लॉट्स लगभग 2.5 हज़ार गुना व्यवसायिक मात्रा पकड़ी गई है। उन्होंने कहा कि ये एक बड़ा नेटवर्क था जिसके तार पोलैंड,नीदरलैंड,USAसे होते हुए भारत के विभिन्न राज्य जैसे दिल्ली.NCRराजस्थान, महाराष्ट्र,केरल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश आदि में फैले हुए थे। इसमें अधिकतर लोग शिक्षित युवक हैं और उपभोक्ता युवा वर्ग के छात्र हैं।