भूमि कब्जाने के कानून का विरोध,मतलब भू माफियाओं को सरंक्षण :चौहान
देहरादून : भाजपा ने भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने वाले कठोर कानून का विरोध करने पर कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जन सरोकारों से संबंधित हर मामले मे विरोध उसकी आदत मे सुमार हो गया है।प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि एक बार पुनः साबित हुआ है कि राज्य निर्माण की विरोधी रही कांग्रेस आज भी राज्यवासियों के विरोध में खड़ी हैं । वहीं इस कानून का विरोध कर माफियाओं को सरंक्षण देने की नीयत भी उनकी रही है।पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनसरोकारों की की कोई चिंता नही है और इसी कारण वह किसी भी जनहित के कार्य पर तमाम किंतु परंतु के साथ संशय करती रहती है। इस संशोधन कानून का विरोध स्पष्ट करता है कांग्रेस का हाथ भूमाफियाओं के साथ हैं । वह अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य वर्ग की जमीनों की आड़ में भ्रम फैलाते हुए राज्यवासियों की जमीनों पर कब्जे करने वालों को बचाना चाहती है ।
उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि लंबे समय से राज्य सरकार या निजी भूमि पर अतिक्रमण करने की समस्या से अधिक है । सिविल कानून के दायरे में होने के कारण अक्सर अधिक समय कोर्ट कचहरी में जाया हो जाता है । ऐसे प्रकरणों में कड़े कानून न होने कारण जमीन कब्जाने या फर्जीवाड़े की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है । सरकार की इस अपराध के दोषी के लिए अधिकतम 10 वर्ष की सजा के प्रावधान की यह सारी कयावद प्रसंसनीय है ।श्री चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की यह विरोध की राजनीति, भूमि पर अवैध कब्जे के कारोबार में जुटे अपने लोगों को बचाने की कोशिश है । प्रदेशवासियों के हकहकूकों के विरोध की यह कोई पहली कांग्रेसी कोशिश नही है । इससे पूर्व भी जब युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और समान पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया स्थापित करने के लिए देश का कठोरतम नकल निरोधक कानून लाया गया तो भी इन्होंने जमकर विरोध किया । लेकिन धामी सरकार अच्छी नियत और नीति के साथ लाए इस कानून पर अडिग रही और परिणामस्वरूप एक के बाद एक परीक्षाओं का सफल संचालन सबके सामने है ।
ठीक इसी तरह सख्त धर्मांतरण कानून का भी विपक्ष ने जबरदस्त विरोध किया और समाज में विद्वेष फैलाने की कोशिश की, लेकिन भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता के कारण आज यह कानून डेमोग्राफी बदलने की साजिश करने वालों के लिए खौफ बन गया है । इसी कांग्रेस पार्टी ने धारा 370 और 3 तलाक हटाने का भी विरोध किया और समाज को डराने की कोशिश की लेकिन आज इनके सुखद परिणाम सबके सामने हैं ।उन्होंने कहा कि कांग्रेस को राजनीति से परे इस तथ्य को समझना होगा कि सरकार प्रदेशवासियों के हित में यह कानून को लेकर आ रही हैं । लिहाजा जब उसे सदन में पेश किया जाएगा तो उनके पास जो भी सुझाव या अनुभव हों, वहां साझा कर सकते हैं । लेकिन संवैधानिक प्रक्रिया से पहले ही, राजनैतिक लाभ लेने एवं भूमाफियाओं को बचाने के लिए कांग्रेस का इस प्रयास को सिरे से नकारने को जनता स्वीकार नहीं करेगी ।