बारिश ने ली परीक्षा, मसूरी प्रशासन की तत्परता से टली बड़ी त्रासदी

मसूरी : रविवार को मसूरी और आसपास के इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। खासकर मशहूर पर्यटक स्थल कैंपटी फॉल क्षेत्र में बारिश आफत बनकर टूटी। दोपहर बाद अचानक हुई भारी बारिश के चलते कैंपटी फॉल ने रौद्र रूप धारण कर लिया, जिससे वहां मौजूद पर्यटक और स्थानीय लोग दहशत में आ गए।प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर करीब तीन बजे के आसपास मौसम ने अचानक करवट ली और तेज बारिश शुरू हो गई। देखते ही देखते पहाड़ी इलाकों से मलबा और पत्थर बहकर कैंपटी फॉल की झील में जमा होने लगे। बारिश का पानी आसपास की सड़कों से बहता हुआ तीन-चार दुकानों के अंदर घुस गया, जिससे दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा।
सबसे चिंताजनक स्थिति तब उत्पन्न हुई जब त्यूणी-मलेथा हाईवे पर कैंपटी के पास भारी मलबा आ गया, जिसके चलते हाईवे पर यातायात बाधित हो गया। कई पर्यटक जो मसूरी घूमने आए थे, वह सड़क पर ही फंसे रह गए। पुलिस और प्रशासन की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला और जेसीबी की मदद से सड़क से मलबा हटाने का काम शुरू किया। कुछ घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद यातायात सामान्य हो सका।कैंपटी फॉल पर मौजूद पर्यटकों और स्थानीय दुकानदारों की मानें तो उन्होंने पहले कभी झरने को इतना उफनते नहीं देखा था।
अचानक पानी का स्तर बढ़ने और मलबा गिरने से लोग सहम गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए तुरंत कैंपटी फॉल में पर्यटकों का प्रवेश बंद करवा दिया। झरने के आसपास मौजूद सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि बारिश का पानी दुकानों में घुस जाने से कपड़े, जूते और अन्य सामान भीगकर खराब हो गए। दुकानदारों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने नुकसान का आकलन करने के लिए अपनी टीम भेज दी है और प्रभावित दुकानदारों को जल्द मदद का आश्वासन दिया है।
मसूरी प्रशासन ने लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए कैंपटी फॉल, भट्टा फॉल जैसे जलप्रपातों के पास जाने से बचें। मौसम विभाग ने भी अगले 24 से 48 घंटे के भीतर पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।मसूरी के थाना प्रभारी का कहना है कि “हमने तुरंत रिस्पॉन्स किया और पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। शुक्र है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन सावधानी जरूरी है।”स्थानीय निवासी यह भी बता रहे हैं कि पिछले कुछ सालों में कैंपटी फॉल क्षेत्र में अंधाधुंध निर्माण कार्य और बढ़ते पर्यटन दबाव ने प्राकृतिक जल प्रवाह को बाधित किया है, जिससे बारिश के समय खतरा और बढ़ जाता है।
इस घटना के बाद मसूरी आने वाले पर्यटकों में भी हलचल मची हुई है। पर्यटकों का कहना है कि वह पहली बार देख रहे हैं कि झरना इतना खतरनाक हो सकता है। कुछ पर्यटकों ने यात्रा स्थगित करने का मन बनाया है, जबकि कुछ ने अन्य सुरक्षित जगहों का रुख किया।कुल मिलाकर, रविवार की मूसलाधार बारिश ने मसूरी में बड़ी चुनौती खड़ी कर दी, लेकिन समय पर प्रशासन की सतर्कता और राहत कार्यों के चलते एक बड़ी त्रासदी टल गई। प्रशासन अब इलाके में अलर्ट मोड पर है और लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।