रेखा आर्य ने भारतीय मानक ब्यूरो की 2 दिवसीय कार्यशाला में किया प्रतिभाग
देहरादून : उत्तराखंड सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों की मंत्री रेखा आर्या ने आज देहरादून में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम “learning science via standards ” में शिरकत की। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा देहरादून में दो दिन की प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई है जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों की मंत्री रेखा आर्या ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय से करते हुए करते कार्यक्रम में निमंत्रण हेतु भारतीय मानक ब्यूरो का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो जनता के विश्वास को मानकीकरण करते हुए प्रमाणिक करने का महत्वपूर्ण कार्य करता है और निश्चित रूप से यह है बहुत जिम्मेदारी का कार्य है जिसको भारतीय मानक ब्यूरो बखूबी कर रहा है जिसके परिणाम स्वरुप भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है और साथ ही आम उपभोक्ता तक शुद्ध उत्पाद पहुंचने का काम कर रहा है जिसके लिए भारतीय मानक ब्यूरो बधाई का पात्र है।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा अब महिलाएं हॉलमार्क देखकर ही आभूषण खरीदती हैं , अमूमन मैदानी क्षेत्रों में हॉलमार्क की व्यवस्था देखी जाती है , चूँकि पहाड़ों में 24 कैरेट सोने के आभूषण विक्रय होते हैं लेकिन वहां क्रेता हॉलमार्क की पूर्ण व्यवस्था से वंचित है तो ऐसे में भारतीय मानक ब्यूरो को पहाड़ों पर भी ऐसी व्यवस्था बनाने की दिशा में काम करना चाहिए ताकि वहां के लोग द्वारा अपने खून पसीने की कमाई से असली और उपयुक्त आभूषण खरीद सकें और किसी फ्रॉड का शिकार ना हो।
जनसंख्या का एक बड़ा भाग मोबाइल के इन फंक्शन के बारे में जागरूक न होने के कारण बी. आई.एस के द्वारा प्रदान कही गई सूचनाओं से दूर रह जाता है।
वेबसाइट पर जाना प्रति व्यक्ति के लिए संभव नहीं है इसलिए भारतीय मानक ब्यूरो को जन सामान्य से जोड़ने के लिए ग्राहकों की समस्याओं को मद्देनजर टोल फ्री नंबर को प्रचार प्रसार के माध्यम से आम जनता तक पहुंचना चाहिए ताकि व्यक्ति जिस वस्तु को ले रहा है उसके संदर्भ में उसे सुलभ सूचना प्राप्त करने का माध्यम, वस्तु की गुणवत्ता में शिकायत के संदर्भ में सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर की जानकारी हो ।जहां पूरा विश्व ब्रांड की ओर भाग रहा है वहीं दूसरी ओर वहां मानकों की अनदेखी होना लाजमी है ऐसे में भारतीय मानक ब्यूरो को इस दिशा में स्टैंडर्ड के लिए कुछ प्रयास करने चाहिए।इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार, बी.आई.एस के निर्देशक सौरभ तिवारी, उपनिदेशक सचिन चौधरी, सहायक निदेशक सौरभ चौरसिया, स्टैंडर्ड प्रमोशन ऑफिसर सरिता त्रिपाठी समेत बी.आई.एस और मानक क्लब के तमाम टीचर और मेंटर्स मौजूद रहे।