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संभल हिंसा: शारिक साटाऔर सिकंदर पर गैंगस्टर एक्ट:कोर्ट ने कुर्क की संपत्ति

संभल: गैंग बनाकर अपराध कर संपत्ति अर्जित करने के मामले में शारिक साटा और उसके सहयोगी सिकंदर के खिलाफ कोर्ट ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्तियों को कुर्क करने के आदेश दिए हैं। यह आदेश विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट/अपर सत्र न्यायाधीश संभल की अदालत ने सुनाया।

शारिक साटा, जो 24 नवंबर को संभल में हुए बवाल की साजिश रचने का आरोपी है, पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। थानाध्यक्ष नखासा की रिपोर्ट के अनुसार, शारिक साटा और सिकंदर, निवासी मोहल्ला दीपा सराय, के खिलाफ गिरोहबंदी और समाज विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप हैं।

इन दोनों ने अपराध के जरिये अर्जित धन से ग्राम तुर्तीपुरा, संभल में 268 वर्ग मीटर का एक प्लॉट अपनी पत्नियों साजिया परवीन और गुल-ए-रोशन के नाम पर खरीदा था, जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है।

जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में प्रस्तुत अभिलेखों से पुष्टि हुई है कि शारिक और सिकंदर पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। सिकंदर के खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के थानों में 18 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि शारिक साटा के खिलाफ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के विभिन्न थानों में 36 मामले दर्ज हैं।

नोटिस तामील कराने के बावजूद दोनों आरोपियों ने कोई जवाब दाखिल नहीं किया, जिसके चलते कोर्ट ने कुर्की के आदेश दिए। पुलिस के अनुसार, दोनों के पाकिस्तानी आतंकियों से संबंध होने की भी जानकारी है।

चार हत्याओं के मामले में शारिक साटा के गुर्गों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल में चार लोगों की मौत हो गई थी। इस बवाल में शारिक साटा गिरोह की संलिप्तता सामने आई। एसआईटी ने गुरुवार को शारिक के दो गुर्गों – गुलाम और मुल्ला अफरोज के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। तीसरे गुर्गे वारिस के खिलाफ भी जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी। तीनों आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं।

इस हिंसा में मोहल्ला कोटगर्वी निवासी नईम, अयान, तुर्तीपुर इलाका निवासी कैफ, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर निवासी रोमान की जान गई थी। रोमान के परिजनों ने बिना कार्रवाई के शव दफना दिया था, जबकि अन्य चार के परिजनों ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

छानबीन में सामने आया कि बवाल के दौरान गोलीबारी शारिक साटा के इशारे पर हुई थी। अफरोज की गिरफ्तारी के बाद उसने गुलाम और वारिस की संलिप्तता का खुलासा किया। शारिक साटा ने हथियार मुहैया कराए थे और कहा था कि ऐसी गोली चलाओ जिससे माहौल पूरी तरह बिगड़ जाए और कर्फ्यू लग जाए।

पुलिस अब तक इस मामले में 12 एफआईआर दर्ज कर चुकी है, जिनमें से छह बवाल, दो हत्या और एक जानलेवा हमले के मामले की चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। शेष मामलों की चार्जशीट जल्द दाखिल की जाएगी।

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