विमान हादसे पर सतपाल महाराज का शोक, मृतकों को दी श्रद्धांजलि

देहरादून : उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना को अत्यंत दुःखद, चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। गुरुवार दोपहर सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन की उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का एक यात्री विमान टेकऑफ के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में कुल 242 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे। हादसे के दौरान विमान में आग लगने और घने धुएं के कारण स्थिति भयावह हो गई, जिसके चलते आपात सेवाओं को तुरंत सक्रिय किया गया।
मंत्री सतपाल महाराज ने इस भीषण विमान हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें यह समाचार सुनकर गहरा आघात पहुंचा है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर यात्रियों की जान को खतरे में देखना न केवल दर्दनाक है, बल्कि यह हमारी विमानन सुरक्षा प्रणाली के लिए एक चेतावनी भी है। उन्होंने कहा कि वह इस संकट की घड़ी में हर उस व्यक्ति के साथ खड़े हैं, जो इस हादसे से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुआ है।
महाराज ने विशेष रूप से हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की और कहा कि राज्य सरकार की ओर से उत्तराखंड के जो भी नागरिक इस दुर्घटना में शामिल रहे होंगे, उनकी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने यह भी कामना की कि जो यात्री घायल हुए हैं, वे शीघ्र स्वस्थ हों और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
कैबिनेट मंत्री ने केंद्र सरकार और एयर इंडिया प्रशासन से भी आग्रह किया कि वे इस हादसे की गंभीर जांच कराएं और विमान दुर्घटना के वास्तविक कारणों को सार्वजनिक करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस दिशा में सख्त कदम उठाएगा और उड़ान सुरक्षा को लेकर नई व्यवस्थाएं लागू करेगा।
सतपाल महाराज ने यह भी कहा कि आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में हवाई यात्रा आम होती जा रही है और इसके चलते यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने यह अपील भी की कि सभी हवाई अड्डों पर सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा की जाए और उन सभी संभावित तकनीकी खामियों को दूर किया जाए जो भविष्य में खतरे को जन्म दे सकती हैं।
समाप्त करते हुए मंत्री ने कहा, “यह समय एकजुटता और संवेदनशीलता का है। हमें अपने दिल और दरवाज़े दोनों उन परिवारों के लिए खोलने होंगे जिन्होंने अपनों को इस दर्दनाक दुर्घटना में खोया है। सरकार, समाज और हर नागरिक को इस क्षण में मानवता के सर्वोच्च आदर्शों पर खरा उतरना होगा।”इस प्रकार सतपाल महाराज का यह बयान न केवल एक संवेदनात्मक प्रतिक्रिया है, बल्कि यह विमानन सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर भी एक गंभीर विचार का संकेत देता है।