भारत को 2050 से पहले विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य: राष्ट्रपति मुर्मू

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ‘‘हमारा राष्ट्रीय लक्ष्य’’ इस सदी के पूर्वार्द्ध के अंत से पहले भारत को एक विकसित देश बनाना है। यहां राष्ट्रपति भवन में दो दिवसीय ‘विजिटर्स कॉन्फ्रेंस’ में अपने समापन भाषण में उन्होंने यह भी कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के सभी हितधारकों और विद्यार्थियों को वैश्विक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीयकरण के प्रयासों और सहयोग को मजबूत करने से विद्यार्थी 21वीं सदी की दुनिया में अपनी एक अधिक प्रभावी पहचान बना सकेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में उच्च शिक्षण संस्थानों में उत्कृष्ट शिक्षा की उपलब्धता से विदेश में अध्ययन करने की प्रवृत्ति में कमी आएगी और देश की युवा प्रतिभाओं का राष्ट्र निर्माण में बेहतर उपयोग हो सकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा राष्ट्रीय लक्ष्य इस सदी के पूर्वार्द्ध के अंत से पहले भारत को एक विकसित देश बनाना है।’’मुर्मू ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा, ‘‘आत्मनिर्भर होना वास्तव में विकसित, बड़ी और मजबूत अर्थव्यवस्था की पहचान है। शोध और नवाचार पर आधारित आत्मनिर्भरता हमारे उद्यमों और अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी। इस तरह के शोध और नवाचार को हर संभव समर्थन मिलना चाहिए।’’ उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में उद्योग और उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच निरंतर आदान.प्रदान के कारण शिक्षा.उद्योग अंतर्संबंध मजबूत दिखाई देता है, शोध कार्य अर्थव्यवस्था और समाज की जरूरतों से जुड़ा रहता है।