आदमखोर है ये जनजाति,बाहरी इंसान को देखते ही उतार देते हैं मौत के घाट, खा जाते हैं शरीर के टुकड़े
अजब-गजब:अमेजन जनजाति के लोग आदमखोर होते हैं। अलग-थलग रहने वाली यह जनजाति खूंखार है। इसके लोगों ने केवल उनके इलाके में घूमने के लिए एक शख्स के शरीर के टुकड़े-टुकड़े करके उसे मौत के घाट उतार दिया। इकोलॉजिस्ट पॉल रोसोली का ऐसा कहना है। वह अक्सर ही दुनिया के सबसे बड़े रेनफॉरेस्ट अमेजन में घूमने के लिए जाते हैं।
डेलीस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, पॉल ने दुनिया से कटी हुई इस जनजाति के लोगों के नाराज होने के खतरों के बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि ये लोग बाहरी लोगों से डरते हैं और उन्हें देखते ही मार देते हैं। पॉल ने पॉडकास्टर जूलियन डोरे को याद करते हुए बताया कि कैसे जनजाति इलाके में एक लॉगिंग कंपनी के लिए काम करने वाले एक शख्स पर आदिवासियों ने हमला किया था। उन्होंने उस शख्स के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर मार दिया था।
‘बाहरी लोगों से करते हैं नफरत’
यहां तक कि इस जनजाति के लोग अपने समुदाय से नहीं जुड़े उन लोगों भी डरते हैं और उनसे नफरत करते हैं, जो जंगल में उनसे अलग रहते हैं। पॉल ने कहा, ‘स्थानीय लोगों में से एक, जिसका नाम विक्टर है, उन्होंने उसके कुछ लोगों पर घात लगाकर हमला किया। विक्टर की बहन और उसके बहनोई को आदिवासियों ने घेर लिया। बाद में, उसके बहनोई का बुरी तरह क्षत-विक्षत शव एक समुद्र तट पर पाया गया।’
‘आदिवासियों ने उसे मछली की तरह खा लिया’
पॉल आगे बताते हैं कि, ‘हम उनके लिए उतने ही विदेशी हैं, वे हमें नहीं समझते’ और इसलिए उन्होंने विक्टर के बहनोई को ‘मछली की तरह’ खा लिया। वहां कोई कानून नहीं है। जैसे ही आदिवासियों की नजर विक्टर के बहनोई पर पड़ी, उन्होंने तीरों की बौछार कर दी। आखिर में उन्होंने उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, विक्टर की बहन नदी में तैरते हुए खुद को उनसे बचाने में कामयाब रही।’
जब बचावकर्मी विक्टर के स्थान पर पहुंचे तो उन्होंने समुद्र तट को खून से लथपथ पाया, हर जगह तीर बिखरे हुए थे। वहीं उसके बहनोई की बॉडी बुरी तरह से क्षत-विक्षत पड़ी हुई थी। पॉल कहते हैं कि, ‘आदिवासियों ने विक्टर के बहनोई की बेरहमी से हत्या कर दी थी। जनजातियां काफी छोटी प्रतीत होती हैं – शायद केवल 30 या 40 लोग- लेकिन इन समुदायों का वास्तविक आकार अज्ञात है।’