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फतेहपुर में दर्दनाक हादसा: शादी से लौट रही स्कार्पियो खंदक में गिरी, चार की मौत

फतेहपुर : कानपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसे ने कई परिवारों की खुशियां मातम में बदल दीं। जानकारी के मुताबिक, यह हादसा बड़ौरी ओवरब्रिज के पास उस समय हुआ जब शादी समारोह से लौट रही एक स्कार्पियो अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने गहरे पानी भरे खंदक में जा गिरी। हादसा इतना भयानक था कि गाड़ी पूरी तरह पानी में समा गई और उसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही दम घुटने से मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

बताया जा रहा है कि प्रयागराज के सब्जी मंडी खुल्दाबाद से नौ लोग कानपुर के मोतीझील स्थित वाल्मीकि आश्रम में आयोजित एक सामूहिक विवाह समारोह में शामिल होने गए थे। समारोह संपन्न होने के बाद सभी लोग बुधवार तड़के अपने घर लौट रहे थे। सुबह करीब चार बजे जैसे ही उनकी स्कार्पियो बड़ौरी ओवरब्रिज के पास पहुंची, अचानक वाहन का एक टायर फट गया। टायर फटने के बाद चालक वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सका और गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे बने गहरे पानी भरे खंदक में जा गिरी।

गाड़ी के पानी में गिरते ही उसके दरवाजे बंद हो गए और कुछ ही क्षणों में उसमें पानी भर गया। गाड़ी में फंसे लोग चीखते-चिल्लाते रहे, लेकिन अंधेरे और गहराई के कारण उन्हें तुरंत बाहर नहीं निकाला जा सका। स्थानीय लोगों ने जब हादसे की आवाज सुनी तो तुरंत घटनास्थल की ओर दौड़े और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से गाड़ी में फंसे नौ लोगों में से पांच को सकुशल बाहर निकाल लिया गया, लेकिन चार लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।

हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान साहिल गुप्ता (26), शिवम साहू (28), रितेश सोनकर (28) और राहुल केसरवानी (25) के रूप में हुई है। वहीं, स्कार्पियो चालक राहुल कुमार, महेश, अमित, सुमित और नीरज को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई। मृतकों के परिजनों को जब हादसे की खबर मिली तो घरों में कोहराम मच गया। शादी की खुशियां कुछ ही घंटों में मातम में बदल गईं। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे वाली जगह पर गहरे पानी से भरे खंदक और अंधेरे में चेतावनी संकेतों की कमी के कारण अक्सर वाहन फिसल जाते हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। पुलिस प्रशासन ने भी घटना की गंभीरता को देखते हुए हाईवे किनारे सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने की बात कही है।

यह हादसा एक बार फिर इस बात की याद दिला गया कि सड़क सुरक्षा में लापरवाही और खराब सड़क स्थितियां कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती हैं। चार युवा जिंदगियों का इस तरह असमय चले जाना पूरे क्षेत्र को झकझोर गया है, और अब सबकी निगाहें प्रशासन पर हैं कि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

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