भारतीय सेना की सफलता पर उत्तराखंड की मंत्री ने जताया गर्व

नई दिल्ली : उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने गुरुवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से नई दिल्ली स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की। यह मुलाकात शिष्टाचार के रूप में की गई, लेकिन इसके दौरान दोनों नेताओं के बीच रक्षा, महिला सशक्तिकरण, आतंकी घटनाओं और सेना की भूमिका जैसे कई महत्वपूर्ण समसामयिक विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
रेखा आर्या ने इस अवसर पर ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की शानदार सफलता के लिए रक्षा मंत्री को बधाई दी और इस अभूतपूर्व सैन्य अभियान के लिए भारत सरकार तथा सेना के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह देश की बेटियों की भागीदारी और नेतृत्व क्षमता को भी दर्शाता है।
मंत्री रेखा आर्या ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर के नेतृत्व के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और मेजर व्योमिका सिंह जैसी बहादुर महिला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपना भारत में महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा, “आज भारत की बेटियाँ केवल सीमाओं की रक्षा ही नहीं कर रहीं, बल्कि उन्होंने नेतृत्व की भूमिका में भी अपने साहस और पराक्रम से इतिहास रच दिया है। यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है, और विशेष रूप से महिलाओं और युवतियों के लिए प्रेरणास्रोत है।”
रेखा आर्या ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद उत्तराखंड, जो कि सैन्य परंपराओं की भूमि मानी जाती है, वहां आमजन के बीच जबरदस्त उत्साह और गर्व का माहौल देखने को मिला। उन्होंने रक्षा मंत्री को बताया कि उत्तराखंड के गांव-गांव में लोग सेना की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं और यह भावना युवाओं में देश सेवा के प्रति नई प्रेरणा जगा रही है।
रेखा आर्या ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी उल्लेख किया और कहा कि भारत सरकार ने जैसे ही इस हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया, तुरंत ही ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत अब सहनशीलता की नीति से आगे बढ़ चुका है और आतंक के हर हमले का सटीक और ठोस जवाब देना जानता है। रेखा आर्या के अनुसार, यह रणनीति नए भारत के वैश्विक नेतृत्व की झलक दिखाती है।
रेखा आर्या ने यह भी बताया कि उत्तराखंड की भूमि सदियों से वीरता, बलिदान और देशभक्ति की प्रतीक रही है। राज्य के हजारों युवा भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस में सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाइयों की सफलता राज्यवासियों के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि भविष्य में भी उत्तराखंड के युवाओं को सेना में और अधिक अवसर दिए जाएं तथा महिला सैनिकों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
बैठक के अंत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रेखा आर्या को धन्यवाद देते हुए कहा कि देश की महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है और सेना में महिलाओं की भूमिका को और अधिक मजबूत किया जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को देश की सुरक्षा और आत्मसम्मान का प्रतीक बताया और इस पर गर्व व्यक्त किया।
यह मुलाकात सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट नहीं थी, बल्कि इसमें देश के सुरक्षा तंत्र, महिला नेतृत्व, आतंकी जवाब नीति और राज्यों की भागीदारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ठोस संवाद हुआ। उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या की यह पहल यह दर्शाती है कि राज्यों के मंत्री भी राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य नीतियों पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं, और देशहित में केंद्र के साथ मिलकर काम करने को तत्पर हैं।