सियासत की ये कैसी अंगड़ाई दाढ़ी तक पहुंची लड़ाई
देहरादून: कभी आपने सोचा भी नहीं होगा कि सियासत 21वीं सदी आते आते अपने रूप और स्वरूप दोनों को ही बदल डालेगी। अब शायद सियासत विकास और जरूरी बुनियादी मुद्दों से हटकर प्रतिद्वंदिता की आग में झुलसते हुए अनबुझी चिंगारी बनकर प्रतिद्वंदी के घर और उसके चऱित्र तक पहुंच चुकी है। उस वक्त उत्तराखण्ड की सियासत में दाढ़ी स्लग चल रहा है।
जिसे देखों दाढ़ी पर कटाक्ष में लगा हुआ है। आपको बता दें कि इस समय देश में कांगेस की ओर से राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा चल रही है। इस समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दाढ़ी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं जिस पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उस बयान के बाद जिसमें उन्होंने कहा था कि दाढ़ी रख लेने से कोई प्रधानमंत्री नहीं हो जाता। इस पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि दाढ़ी रखने से कोई गुरु रविंद्रनाथ टैगोर नहीं बन जाता। दरअसल,सीएम धामी ने एक दिन पहले राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा था कि दाढ़ी बढ़ाने से कोई प्रधानमंत्री नहीं बन जाता। आपको बता दें कि राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं और अपनी बढ़ी हुई दाढ़ी को लेकर चर्चा में हैं। सीएम धामी की ओर से राहुल गांधी पर किया गया तंज पूर्व सीएम रावत को भी नगवार गुजरा। पीएम मोदी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने जवाब दिया है।