महिला विश्व कप सेमीफाइनल : जेमिमा और हरमनप्रीत की जोड़ी ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया का विजय क्रम टूटा
 
                भारत ने मौजूदा महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रच दिया। मेज़बान टीम ने पूरे मैच में दबाव झेला, लेकिन जेमिमा रोड्रिग्स और हरमनप्रीत कौर की शानदार पारियों की बदौलत भारत ने महिला वनडे क्रिकेट इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहतरीन रही। ओपनर फोएबे लिचफील्ड ने 93 गेंदों में 119 रन की धमाकेदार पारी खेली और अनुभवी एलिस पेरी ने 77 रनों का अहम योगदान दिया। दोनों के बीच 155 रनों की साझेदारी ने भारतीय गेंदबाजों पर भारी दबाव डाला। इसके बाद एश्ले गार्डनर ने आक्रामक अंदाज में 45 गेंदों पर 63 रन बनाए। उन्होंने चार चौके और चार छक्के लगाए, लेकिन रन लेने के दौरान किम गार्थ के साथ गलतफहमी के कारण रन आउट हो गईं। उनकी इस शानदार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 338 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा और श्री चरणी ने दो-दो विकेट हासिल किए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत साधारण रही। शेफाली वर्मा 10 रन बनाकर आउट हो गईं, जबकि स्मृति मंधाना ने 24 रन की पारी खेली और किम गार्थ की गेंद पर पवेलियन लौट गईं। 59/2 के स्कोर पर भारत मुश्किल में था, लेकिन इसके बाद जेमिमा रोड्रिग्स और हरमनप्रीत कौर ने मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर 167 रनों की यादगार साझेदारी की और मैच का रुख पलट दिया।
शुरुआत में दबाव में रहने के बावजूद दोनों बल्लेबाज़ों ने संयम से खेला और धीरे-धीरे लय में आते ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। फील्डिंग के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कई आसान मौके गंवाए, जिसका फायदा भारत को मिला। हरमनप्रीत ने शानदार अर्धशतक के बाद आक्रामक खेल दिखाया और 89 रन की पारी खेलकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। जेमिमा रोड्रिग्स ने भी अपने बल्ले से जिम्मेदारी भरी भूमिका निभाई और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम योगदान दिया।यह जीत न केवल सेमीफाइनल में भारत को जगह दिलाने वाली साबित हुई, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम के आत्मविश्वास और संकल्प की मिसाल भी बन गई।