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केदारनाथ में पीएम मोदी: कहा; उत्तराखंड के काम आएगा पहाड़ का पानी और जवानी, प्रदेश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य

अभिज्ञान समाचार/ रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार की विशेष पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया। उन्होने आदि शंकराचार्य की मूर्ति का लोकार्पण भी किया। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ‘जय बाबा केदार’ के जयकारे के साथ अपना संबोधन आरंभ किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। पीएम ने उत्तराखंड की जनता को भरोसा दिलाया कि अगले 10 वर्षों के भीतर उत्तराखंड विकास की नई बुलंदियों पर होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले सालों में पहाड़ का पानी और जवानी पहाड़ के काम जरूर आएगी।

शुक्रवार सुबह जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे केदारनाथ के लिए रवाना हुए। यहां पहुंचते ही सबसे पहले उन्होंने बाबा केदार के दर्शन किए और 18 मिनट तक पूजा अर्चना की। इसके पश्चात उन्होंने केदारनाथ आपदा में क्षतिग्रस्त हुए आदि शंकराचार्य स्थल के नए स्वरूप को जनता के लिए समर्पित किया। उन्होंने आदि शंकराचार्य की 35 टन वजनी और 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दीपावली के दिन वह देश के वीर सैनिकों के साथ बॉर्डर पर गए थे और आज वह सैनिकों की भूमि पर आकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ अनुभव इतने अलौकिक और अनंत होते हैं कि उन्हें शब्दों से व्यक्त नहीं किया जा सकता। बाबा केदारनाथ की शरण में आकर उन्हें ऐसी ही अनुभूति होती है।

इस दौरान पीएम ने शंकर का अर्थ भी समझाया। उन्होंने कहा कि शंकर का संस्कृत में अर्थ है “शं करोति स: शंकर:” अर्थात जो कल्याण करें वही शंकर है। इस व्याकरण को भी आचार्य शंकर ने प्रत्यक्ष प्रमाणित कर दिया। उन्होंने कहा कि 12 ज्योतिर्लिंग, प्रमुख शिवालय, शक्ति धाम और अनेक तीर्थ क्षेत्रों पर देश के गणमान्य महापुरुष और पूज्य शंकराचार्य परंपरा से जुड़े सभी ऋषि मनीषी और अनेक श्रद्धालु देश के हर कोने से बाबा केदार की पवित्र भूमि के साथ मिलकर आशीर्वाद दे रहे हैं। पीएम ने कहा कि केदारनाथ आपदा से जो नुकसान हुआ वह अकल्पनीय था। जो लोग यहां दर्शनार्थ आते थे वह सोचते थे की क्या यह हमारा केदारधाम फिर से उठ खड़ा होगा? लेकिन मेरे भीतर की आवाज कह रही थी की यह पहले से अधिक आन-बान और शान के साथ खड़ा होगा।

उन्होंने कहा कि एक समय था जब आध्यात्म को रूढ़ियों से जोड़कर देखा जाने लगा था तब आदि शंकराचार्य जी ने समाज को इस सत्य से परिचित कराने का काम किया कि भारतीय दर्शन मानव कल्याण की बात करता है और जीवन को पूर्णता के साथ देखता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब हमारी सांस्कृतिक विरासत को व आस्था के केंद्रों को उसी गौरव पूर्ण नजरिए से देखा जा रहा है जैसा कि देखा जाना चाहिए। आज अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है जिसके चलते अयोध्या को उसका गौरव और हमें गर्व करने का क्षण दोनों ही प्राप्त हो रहे हैं। इस दौरान पीएम ने चारधाम सड़क परियोजना, हेमकुंड रोप वे के कार्य, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना का कार्य एवं देहरादून दिल्ली हाईवे के कार्यों को समय से पूरा करने का भी संकल्प दोहराया। इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह, कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, डॉ हरक सिंह रावत, यतिश्वरानंद, परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि, देवस्थानम बोर्ड के पदाधिकारी तीर्थ पुरोहित उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संभव हुआ हर नामुमकिन कार्य : सीएम धामी

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री की ओर से उत्तराखंड को दी जाने वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद जिस तेजी से पुनर्निर्माण कार्यों के लिए केंद्र की ओर से सहायता उपलब्ध कराई गई उसे उत्तराखंड की जनता आज भी याद करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के पश्चात केंद्र ने उन परियोजनाओं को मूर्त रूप देने का कार्य किया है जो नामुमकिन प्रतीत होती थी। हाल ही में उत्तराखंड में आई आपदा का जिक्र करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से दी जा रही सहायता और संवाद के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आपदा के बाद से ही लगातार उनसे संपर्क में थे और राहत और बचाव कार्य का जायजा ले रहे थे। इसी का नतीजा रहा कि उन्होंने बचाव कार्य को तेज करने के लिए सेना के तीन हेलीकॉप्टर भेजे। जिनकी मदद से सैकड़ों लोगों को बचाया जा सका।

चार धामों तक पहुंच आसान बनाना लक्ष्य : पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने चारधाम के सफर को और सुलभ बनाने का संकल्प भी दोहराया। उन्होंने कहा कि हम इन पवित्र धामों तक पहुंच सुलभ बनाएं यही उनका लक्ष्य है। आने वाले समय में श्रद्धालु केदारनाथ कार से पहुंचे ऐसी सुविधा उपलब्ध कराए जाने का प्रयास उनकी सरकार कर रही है।

130 करोड़ के पुनर्निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण

अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने केदारनाथ में 130 करोड़ रुपए के पुनर्निर्माण परियोजनाओ का भी उद्घाटन किया इन परियोजनाओं में सरस्वती रिटेनिंग वाल आस्था पथ और घाट, मंदाकिनी रिटेनिंग वॉल आस्था पथ, तीर्थ पुरोहित हाउस और मंदाकिनी नदी पर गरुड़ चट्टी पुल प्रमुख है।

सीएम धामी और विकास कार्यों में जुटी टीम का प्रधानमंत्री ने किया धन्यवाद

पीएम ने कहा कि उत्तराखंड को विकास के पथ पर अग्रसर रखने और बाबा केदार की भूमि पर हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूरा करने में जुटे उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और इन कार्यों को करने की जिम्मेदारी उठाने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि वह अक्सर वर्चुअल माध्यम से केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण कार्य की प्रगति पर नजर बनाए हुए हैं।

मातृशक्ति का भी किया जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में उत्तराखंड की मातृशक्ति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य का निर्वहन करने वाली पहाड़ की महिलाएं जीवट होती हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं और उसके संचालन में मातृशक्ति भी अहम भूमिका अदा कर रही हैं, जो प्रेरणादायक है। वह रोजगार भी और स्वाभिमान भी को साकार कर रही हैं।

स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थानों और पौराणिक स्थलों का अवश्य करें भ्रमण

प्रधानमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि हमें स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थानों, धार्मिक एवं पौराणिक महत्व के स्थानों पर भी स्वयं और अपने बच्चों को अवश्य लेकर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य है और उन्हें अपनी संस्कृति और परंपरा से परिचित कराना हमारा कर्तव्य है। यह देखकर उन्हें अपनी विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखने का भाव उत्पन्न होगा।

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