द्रौपदी का डंडा में हिमस्खलन से ट्रैकर्स दल के 29 लोग फंसे
उत्तरकाशीः उत्तराखंड में मानसून ने विदाई से पहले एक बार फिर करवट बदली है। मौसम के बदले मिजाज से पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई जिसकी वजह से द्रौपदी का डंडा में हिमस्खलन की चपेट में 29 लोग आ गए हैं। खबर है कि यह सभी उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रशिक्षणार्थी थे।
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से मदद मांगी है। केंद्र सरकार ने इस पूरे अभियान में हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जोरों पर है। अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया है कि उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण बहुमूल्य जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ। अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
उन्होंने आगे लिखा कि सीएम उत्तराखंड से बात की है और स्थिति का जायजा लिया। फंसे हुए पर्वतारोहियों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है। मैंने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है। सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना। वायुसेना ने बताया कि उत्तरकाशी क्षेत्र में बचाव और राहत कार्यों के लिए वायु सेना द्वारा 2 चीता हेलीकॉप्टर तैनात किये गये है।
अन्य सभी हेलिकॉप्टरों के बेड़े को किसी भी अन्य आवश्यकता के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। वहीं, धामी ने कहा कि द्रौपदी का डांडा.2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए एनआइएम की टीम के साथ जिला प्रशासन,एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,सेना और आइटीबीपी के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।