बिटक्वाइन 20000 डॉलर के पार,क्रिप्टो के बाजार में फिर लौटी बहार, इथेरियम 12 फीसदी चढ़ा
बीते कुछ समय से क्रिप्टो बाजार हर रोज निवेशकों के आंसू निकाल रहा था, लेकिन अब इसमें एक बार फिर से बहार लौट आई है। सोमवार को बिटक्वाइन-इथेरियम से लेकर लाइटक्वाइन और पोल्काडॉट तक लगभग सभी क्रिप्टोकरेंसी में जोरदार तेजी देखने को मिली। हालांकि, इस दौरान टॉप-10 में शामिल एकमात्र टेथर क्वाइन में गिरावट आई है।
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत में बीते 24 घंटों के दौरान नौ फीसदी का उछाल आया है और इसका भाव 1,28,268 रुपये बढ़कर फिर से 20,000 डॉलर को पार कर गया है। खबर लिखे जाने तक बिटक्वाइन की कीमत उछलकर 16,45,202 रुपये पर पहुंच चुकी थी। इस कीमत पर इसका बाजार पूंजीकरण भी बढ़कर 29.3 ट्रिलियन रुपये हो गया था। बिटक्वाइन के बाद दूसरी सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम के दाम में भी इस दौरान 12 फीसदी की बड़ी तेजी आई और यह 9,285 रुपये चढ़कर 88,348 रुपये का हो गया। इथेरियम का मार्केट कैप भी इस वृद्धि के साथ 10.0 ट्रिलियन रुपये पर पहुंच गया।
टॉप-10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन के निवेशकों की भी बीते 24 घंटे में बल्ले-बल्ले हो गई। इसके दाम में इस अवधि में 11 फीसदी को इजाफा देखने को मिला है। इसके चलते डॉजक्वाइन का भाव 0.48 रुपये बढ़कर 4.80 रुपये हो गया है। इस इजाफे के बाद इसका बाजार पूंजीकरण भी बढ़कर 600 अरब रुपये हो गया है। डॉजक्वाइन के साथ ही पोल्काडॉट 5 फीसदी की बढ़त के साथ 602 रुपये का हो गया। इसके अलावा शीबा इनु क्वाइन की कीमत 6 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 0.000659 रुपये हो गई है। लाइटक्वाइन की बात करें तो इसमें 13 फीसदी की तेजी आई और इसका दाम 4,292 रुपये हो गया।
क्रिप्टो बाजार में आई तेजी के बीच बिनांस क्वाइन 7 फीसदी उछलकर 17,101 रुपये का हो गया। इसके अलावा कार्डनो में 5 फीसदी की तेजी आई और इसकी कीमत 39 रुपये हो गई। सालाना क्रिप्टोकरेंसी 8 फीसदी से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई, तो वहीं एवलॉन्च के दाम में 10 फीसदी का बड़ा उछाल देखने को मिला है। रिपल करेंसी की कीमत भी चार फीसदी तक बढ़ गई है।
गौरतलब है कि क्रिप्टो बाजार में बीते हफ्ते आई जोरदार गिरावट ने निवेशकों की नींद उड़ा दी थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे हफ्ते में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में निवेश करने वालों को 22 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। बिटक्वाइन, इथेरियम, लाइटक्वाइन, डॉजक्वाइन, समेत टेथर ने इस दौरान अपने निवेशकों की गाड़ी कमाई डुबो दी थी। बता दें कि सिर्फ क्रिप्टो बाजार ही नहीं बल्कि शेयर बाजारों के लिए भी पिछला हफ्ता बेहद बुरा साबित हुआ था।