2 अक्टूबर : गांधी और शास्त्री जयंती पर जानिए दो महान व्यक्तियों से जुड़े रोचक तथ्य
अभिज्ञान समाचार/आलेख।
भारत को आजादी दिलाने से लेकर दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र को समृद्ध बनाने में अतुलनीय योगदान के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को पूरा विश्व भली भांति जानता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म दो अक्टूबर 1869 को हुआ था और उनके कार्यों एवं विचारों ने देश को स्वतंत्रता दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दो अक्टूबर 1904 को हुआ था। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। लाल बहादुर शास्त्री सादगी के साथ महान पुरुष का सबसे अच्छा उदाहरण थे। आज भी दोनो महानपुरुषों से जुड़े कई रोचक तथ्य है जिनसे बहुत लोग अनजान है। आइए जानते हैं बापू और शास्त्री जी से जुड़े कुछ खास तथ्य।
महात्मा गांधी : पांच रोचक तथ्य
- महात्मा गांधी ने लंदन से कानून की पढ़ाई करने के बाद बैरिस्टर की डिग्री हासिल की थी लेकिन बंबई उच्च न्यायालय में हुई पहली बहस में वे असफल रहे थे।
- दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनियों में से एक एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स गांधी जी को सम्मान देने के लिए गोल चश्मा पहनते थे।
- भारत में महात्मा गांधी के नाम पर 50 से ज्यादा सड़कें हैं। वहीं विदेश में उनके नाम पर लगभग 60 सड़के हैं।
- महात्मा गांधी को पांच (1937, 1938, 1939, 1947 व 1948 हत्या से पूर्व) बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया। हालांकि उन्हें एक बार भी नोबेल पुरस्कार नहीं मिला।
- महात्मा गांधी रोजाना 18 किलोमीटर पैदल चलते थे।
लाल बहादुर शास्त्री : पांच रोचक तथ्य
- लाल बहादुर शास्त्री के सर से पिता का साया बहुत छोटी उम्र से ही दूर हो गया था। शास्त्री जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने मामा के घर रह कर ही पूरी की
- लाल बहादुर शास्त्री के पिता का नाम शारदा श्री वास्तव था और माता का नाम राम दुलारी देवी था। शास्त्री जी के सुपुत्र आदर्श शास्त्री ने 2014 में एप्पल की कंपनी में अपनी अच्छी खासी नौकरी को छोड़ कर आप पार्टी को ज्वाइन की, परंतु अब वह कॉंग्रेस में हैं।
- काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि मिलते ही उन्होंने बचपन से चले आ रहें जाति सूचक शब्द श्रीवास्तव को अपने नाम के आगे से हटा दिया था।
- श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने अपने विवाह के समय दहेज प्रथा के विरुद्ध जाकर मात्र खादी का कपड़ा और चरखा ही स्वीकार किया।
- लाल बहादुर शास्त्री जी असहयोग आंदोलन के लिए पहली बार जब जेल गए तो उनकी उम्र 17 साल थी। बालिग न होने की वजह से उनको छोड़ दिया गया।