अंकिता भंडारी मर्डर केस में कांग्रेस पार्टी कर रही है सियासत:आशा नौटियाल
देहरादून : कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के बाल मुंडन करवाने के प्रकरण को भाजपा महिला मोर्चा ने राजनीति से प्रेरित बताया है भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के महिला कार्यकर्ताओं ने सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह का कृत्य है जो भारतीय सभ्यता संस्कृति और नारीत्व की भावना के खिलाफ है ।उनका कहना है कि अंकित केस पर कांग्रेस पार्टी सियासत कर रही है ।
जिस तरह से कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने मुंडन कराया है यह दुर्भाग्यपूर्ण है।मुंडन प्रकरण यह भी बताता है कि कांग्रेस पार्टी सुर्खियों में बने रहने के लिए क्या-क्या हथकंडे अपना रही है ।उनका कहना है कि अंकिता भंडारी जैसे संवेदनशील प्रकरण में कांग्रेस पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड की छवि को धूमिल करने का कुचक्र किया है।भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल ने मुंडन प्रकरण की आलोचना की है उनका कहना है कि उत्तराखंड की सरकार ने अंकित मर्डर केस में बहुत गंभीरता के साथ काम किया है सरकार ने एसआईटी टीम का गठन किया पूरे मामले की जांच कराई पीड़ित परिवार के साथ सरकार खड़ी रही ।
यहां तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता भंडारी के नाम पर राजकीय नर्सिंग कॉलेज श्री कोट का नाम अंकिता भंडारी के नाम पर रखने का निर्णय लिया।सरकार अंकिता भंडारी के केस में पुरी संवेदनशीलता गंभीरता के साथ में कार्रवाई की । कांग्रेस पार्टी को महिलाओं के उत्पीड़न के मामले में राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों की सुध लेना चाहिए और उन प्रदेशों की महिलाओं की उत्पीड़न के मामलों को भी इतनी ही प्रमुखता के साथ उठाना चाहिए ।
आखिर कांग्रेस पार्टी उन राज्यों में इस तरह का नाटक क्यों नहीं करती है जहां पर उनकी सरकरें हैं।अंकिता भंडारी केस में कांग्रेस पार्टी बेनकाब हो चुकी है जब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने हाल के दिनों में पौड़ी में जनसभा के दौरान अभद्र टिप्पणी की थी। आज कांग्रेस पार्टी अपने जन आधार को खोती जा रही है यही वजह है कि पार्टी बौखलाहट का शिकार हो रही है । मीडिया की सुर्खियों के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता तरह-तरह की क्रियाकलाप कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के चाल चरित्र और चेहरे को उत्तराखंड की जनता भली-भांति जानती है।