कांवड़ यात्रा सुगम बनाने के लिए DM ने नीलकंठ मार्ग का किया निरीक्षण
पौड़ी : कांवड़ यात्रा को सुगम बनाने के लिए जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने गत दिवस देर सांय को नीलकंठ मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य, पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कांवड यात्रा को दृष्टिगत रखते हुए शांति व्यवस्था, कानून व्यवस्था व यातायात व्यवस्था बनाये जाने हेतु 01 सुपर जोन, 07 जोनल मजिस्ट्रेट व 23 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं कांवड यात्रा को सुगम बनाये जाने व कांवड मार्गो पर समुचित व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी द्वारा निरंतर रूप से निगरानी बनाई जा रही है।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि कांवड यात्रा के दौरान कांवडियों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करने पड़े इसका विशेष ध्यान रखें। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान कांवड मार्गो पर कही हैंडपंप दुरूस्थ नहीं पाये जाने पर जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को फटकार लगाते हुए 12 घंटे में हैंडपंप सुचारू करने के निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस, राजस्व विभाग, आपदा प्रबंधन, वन विभाग के अधिकारियों को कांवड यात्रा के दौरान संचार व्यवस्था दुरुस्त करने व पर्याप्त हैंडसेट अपने-अपने पास रखने के निर्देश भी दिये।जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन अधिकारी को कांवड यात्रा के दौरान मुख्य स्थानों पर आस्का लाइट, पैलिकेट लाइट, टॉर्च व साउंड सिस्टम की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ावों पर डेस्टबीन, शौचालय, साफ-सफाई, बैरिगेटिंग की समुचित व्यवस्था करने को भी कहा। उन्होंने कांवड यात्रा के लिए बनाये गये कंट्रोल रूम में 24 घंटे के लिए कार्मिकों की तैनाती तीन शिफ्टों में किये जाने हेतु रोस्टर तैयार करने के निर्देश उपजिलाधिकारी को दिये। साथ ही उन्होंने नीलकंठ मार्गो पर होटल, ढाबों व दुकानों का निरीक्षण कर रेट लिस्ट सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। उन्होंने संबंधितों को अनिवार्य रूप से रेट लिस्ट चस्पा करने व साफ-सफाई रखने के निर्देश दिये।निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी आकाश जोशी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संतोष उपाध्याय, अधिशासी अभियंता लोनिवि डीपी सिंह, आपदा प्रबंधन अधिकारी दिपेश काला, खंड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।